Last Updated: Friday, December 14, 2012, 15:15

विशेष विमान से : भारत ने आज कहा कि मुम्बई आतंकवादी हमला मामले में जहां तक जवाबदेही का सवाल है तो पाकिस्तान की ओर से एक अदालत में सबूत पेश किया जाना ‘धीमी प्रगति’ है।
विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक के बातचीत के लिए भारत की यात्रा करने और उससे भारत की उम्मीदों के बारे में पूछे जाने पर विशेष विमान में अपने साथ म्यामां जा रहे संवाददाताओं से कहा, ‘हमें चीजों को मनवांछित दिशा में आगे बढ़ाने के लिए खुले मन तथा उचित दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि दोनों देशों के संबंधों में ‘बाधाओं और सीमाओं’ के मद्देनजर ‘बहुत अधिक उम्मीद’ नहीं होनी चाहिए।
खुर्शीद की यह टिप्पणी पाकिस्तान की संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) की ओर से मुम्बई आतंकवादी हमला मामले में रावलपिंडी की एक आतंकवाद निरोधक अदालत में सबूत पेश किये जाने के कुछ दिनों बाद आयी है।
वर्ष 2008 के मुम्बई हमला मामले में शामिल रहने के आरोपी लश्कर-ए-तैयबा के संचालन कमांडर जकीउर रहमान लखवी और छह अन्य पाकिस्तानियों के खिलाफ मुकदमे की सुनवाई करने वाली अदालत में पेश किये गए सबूतों में सिंध में लश्कर-ए-तैयबा के प्रशिक्षण शिविर की तस्वीरों के साथ ही मुम्बई पर आतंकवादी हमला करने वाले दस आतंकवादियों द्वारा इस्तेमाल मोटर चालित नावों की तस्वीरें भी शामिल हैं। विदेश मंत्री बनने के बाद खुर्शीद अपनी पहली द्विपक्षीय यात्रा के तहत म्यामां जा रहे हैं। खुर्शीद इस दौरान वहां पर विपक्षी नेता आंग सान सू ची सहित देश के शीर्ष नेतृत्व से बातचीत करेंगे।
खुर्शीद की तीन दिवसीय यात्रा 20 दिसम्बर से आयोजित होने वाले आसियान-भारत स्मरणीय शिखर सम्मेलन के लिए म्यामां के राष्ट्रपति थिन सेन की भारत यात्रा के दौरान होने वाली वार्ताओं से पहले हो रही है। विदेश मंत्री अपनी इस यात्रा के दौरान म्यामां के विदेश मंत्री से मुलाकात करेंगे। इसके साथ ही खुर्शीद के म्यामां के राष्ट्रपति और अन्य नेताओं से भी मुलाकात किये जाने की संभावना है। (एजेंसी)
First Published: Friday, December 14, 2012, 15:15