Last Updated: Wednesday, November 21, 2012, 14:05
नई दिल्ली : भारत ने अजमल कसाब को बुधवार को फांसी देने के साथ ही उम्मीद जताई कि पाकिस्तान में भी मुंबई हमला मामले की सुनवाई में कानून का पालन किया जाएगा। विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने यहां संवाददाताओं से कहा कि साफ कहूं तो, हमने (अजमल कसाब के मामले में) कानून को अपना काम करने दिया। इसी तरह हम उम्मीद करते हैं कि पाकिस्तान में भी कानून का पालन किया जाएगा। भारत और पाकिस्तान में आपराधिक प्रक्रियाओं के बीच अधिक अंतर नहीं है।
उन्होंने कहा कि अगर ऐसा किया जाता है तो वह यह कह सकेंगे कि उन्होंने उस बेहद त्रासदपूर्ण घटना को निष्कर्ष तक पहुंचाने के लिए कानून का पालन किया जिसकी वजह से हमारे देश को गहरी पीड़ा पहुंची।
विदेश मंत्री इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि पाकिस्तान से वहां चल रही मुंबई हमला मामले की सुनवाई को लेकर क्या अपेक्षा है ? मुंबई में 2008 में हुए आतंकवादी हमले में जीवित पकड़े गए एकमात्र पाकिस्तानी आतंकवादी कसाब को पुणे की यरवदा जेल में आज सुबह फांसी दे दी गई। खुर्शीद ने कहा कि कसाब के मामले में भारत ने कानून का पालन किया और यहां तक कि, उसे (कसाब को) राष्ट्रपति के समक्ष दया याचिका दाखिल करने का मौका भी दिया गया।
विदेश मंत्री ने कहा कि इससे पता चलता है कि हम सबको बराबर समझते हैं। कानून सब पर लागू होता है और यह सबके लिए बराबर होता है। खुर्शीद ने कहा कि कानूनी जरूरतों के मुताबिक भारत ने पाकिस्तान सरकार और कसाब के परिवार को उसे फांसी दिए जाने के बारे में सूचित किया है।
उन्होंने कहा कि हमने पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय को यह बताने की कोशिश की कि यह फैसला किया गया है और आज सुबह फांसी दे दी जाएगी। विदेश मंत्रालय ने संदेश स्वीकार नहीं किया तो हमने उन्हें फैक्स के जरिये सूचना भेजी। विदेश मंत्री ने कहा कि इस तरह उन्हें सूचित करने का हमारा दायित्व पूरा हुआ। हमारे पास कसाब का दिया हुआ एक पता भी था और उस पर भी हमने सूचना भेजी है। कसाब ने लश्कर-ए-तोएबा के प्रमुख हाफिज सईद और जकी उर रहमान लखवी से अपने संबंधों के बारे में बयान दिया था। इस बयान के बारे में और पाकिस्तान से अपेक्षा के बारे में पूछने पर खुर्शीद ने कहा कि भारत चाहता है कि जिस तरह यहां निष्पक्ष सुनवाई हुई, उसी तरह वहां भी हो।
विदेश मंत्री ने कहा ‘क्या होगा, कैसे होगा, यह तो समय ही बताएगा। खुर्शीद ने कहा कि कसाब ने अपने अपराध की स्वीकारोक्ति के दौरान जो पता बताया था, उस पते पर उसकी फांसी की सूचना देते हुए एक कूरियर भी भेजा गया है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, November 21, 2012, 14:05