Last Updated: Thursday, September 26, 2013, 20:54
नई दिल्ली : 2जी घोटाले पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की महत्वपूर्ण बैठक से पहले माकपा के वरिष्ठ नेता सीताराम येचुरी ने इसके अध्यक्ष पीसी चाको को असहमति टिप्पणी देकर आरोप लगाया है कि समिति इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री और वित्तमंत्री से पूछताछ नहीं करके अपने गठन के उद्देश्यों को पूरा करने में असफल रही है।
येचुरी ने आरोप लगाया कि संयुक्त संसदीय समिति की रिपोर्ट उसके सदस्यों से सलाह मशविरा किये बिना तैयार की गई। उन्होंने कहा कि जेपीसी के 30 सदस्यों में से एक सदस्य ने प्रधानमंत्री सहित सभी ठोस गवाहों को बुलाने में ‘असफलता’ और पूर्व दूरसंचार मंत्री ए.राजा की लिखित गवाही पर भरोसा किये जाने पर कड़ी आपत्ति जतायी थी।
उन्होंने इस बात का उल्लेख किया कि यहां तक कि राजा को इसका मौका नहीं दिया गया कि वह मौखिक गवाही दें या जेपीसी की जिरह का सामना करें। उन्होंने 32 पृष्ठों की टिप्पणी में कहा कि रिपोर्ट में सबूत का ‘चुनिंदा’ प्रयोग किया गया। उन्होंने कहा कि कई ऐसे सवाल अनुत्तरित रह गए जिनका प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री को जवाब देना चाहिए था क्योंकि जेपीसी ने उन्हें नहीं बुलाया। (एजेंसी)
First Published: Thursday, September 26, 2013, 20:54