Last Updated: Monday, December 19, 2011, 14:35
नई दिल्ली : संयुक्त संसदीय समिति की बैठक में आज नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक विनोद राय से 2जी मामले में राजकोष को हुए नुकसान के आकलन के बारे में गहन सवाल पूछे गए। विशेष रूप से कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने गंभीर प्रश्न किए।
समझा जाता है कि कैग विनोद राय से पूछे गए तिवारी के प्रश्न कैग द्वारा 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले में 57 हजार करोड़ रुपये से लेकर 1.76 लाख करोड़ रुपये तक के अलग अलग नुकसान के आकलन पर केंद्रित थे। उनसे नुकसान के आंकड़ों की गणना के लिए पद्धति के बारे में भी सवाल पूछा गया।
समझा जाता है कि घंटे भर चली बैठक में भाजपा सदस्य रविशंकर प्रसाद ने एक जगह ‘कैग जैसे वरिष्ठ अधिकारी से’ सवाल पूछने के तिवारी के तरीके पर सवाल उठाया। सदस्यों ने कैग से पूरक सवाल पूछने के प्रयास किए लेकिन जेपीसी अध्यक्ष पी सी चाको ने इसकी इजाजत नहीं दी।
इससे पहले राय 15 नवंबर को जेपीसी के समक्ष पेश हुए थे और उनके बयान अधूरे रहे क्योंकि प्रत्येक सदस्य को उनसे सवाल करने थे। 15 नवंबर को जिस समय बैठक स्थगित हुई थी उस समय तिवारी ने राय से प्रश्न पूछने शुरू ही किए थे। आज की बैठक में तिवारी ने कैग से जानना चाहा कि उन्होंने नुकसान का आकलन करते समय चेन्नई स्थित दूरसंचार कंपनी एस. टेल की बोलियों पर कैसे विचार किया जबकि कंपनी की पेशकश को सरकार ने निरस्त कर दिया था।
(एजेंसी)
First Published: Monday, December 19, 2011, 23:39