2जी पर जेपीसी बैठक में गुरुदास को आया गुस्सा

2जी पर जेपीसी बैठक में गुरुदास को आया गुस्सा

नई दिल्ली : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता गुरुदास दासगुप्ता आज 2जी पर संयुक्त संसदीय समिति की बैठक से तमतमाते हुए उठकर बाहर चले गए और उन्होंने कहा कि कांग्रेस सदस्य शशि थरूर एक गवाह का बचाव कर रहे हैं जो समिति की ‘प्रक्रियाओं के खिलाफ’ है।

दासगुप्ता ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘मैं बाहर निकल आया क्योंकि जब गवाह समिति के समक्ष पेश हो रहा हो तो उसका बचाव करना प्रक्रियाओं के खिलाफ है। थरूर ने गलत उदाहरण पेश किया है।’ उन्होंने दावा किया कि जब आर्थिक मामले विभाग की तत्कालीन अतिरिक्त सचिव सिंधुश्री खुल्लर यह कहकर दूरसंचार विभाग को ‘नॉन पेपर’ दिए जाने का बचाव कर रही थीं कि इसमें निदेशक (आधारभूत ढांचा) की स्वीकृति थी तो थरूर ने उनका बचाव किया। दासगुप्ता ने कहा कि इस पर वह बाहर निकल आए।

भाकपा नेता ने कहा कि उन्होंने यह भी मांग की है कि वित्त मंत्री पी. चिदंबरम गवाह के रूप में संयुक्त संसदीय समिति के समक्ष पेश हों । समिति के अध्यक्ष पीसी चाको को लिखे पत्र में दासगुप्ता ने कहा कि वित्त मंत्री ही ‘विभिन्न पक्षों के विरोध के बावजूद 2जी लाइसेंस आवंटन में एकतरफा रूप से आगे बढ़ने में दूरसंचार विभाग को रोक पाने में’ अपने विभाग की विफलता के बारे में बता पाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वित्त मंत्री के रूप में मनमोहन सिंह शेयर घोटाले में संयुक्त संसदीय समिति के समक्ष पेश हुए थे।

दासगुप्ता ने पत्र में लिखा कि इससे संदेह खत्म हो सकता है और यह स्पष्ट होगा कि तटस्थ जांच में संयुक्त संसदीय समिति की ओर से कोई पक्षपात नहीं है। उनके पत्र से पहले ऐसी ही मांग माकपा नेता सीताराम येचुरी ने 18 सितंबर को हुई समिति की बैठक में की थी। भाजपा ने समिति के समक्ष प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और चिदंबरम को बुलाए जाने के मुद्दे पर बहिष्कार किया है। (एजेंसी)

First Published: Thursday, October 11, 2012, 19:43

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