`2जी पर सारे फैसले पीएम से सलाह करके लिए`

`2जी पर सारे फैसले पीएम से सलाह करके लिए`

`2जी पर सारे फैसले पीएम से सलाह करके लिए` नई दिल्ली : जेपीसी की मसौदा रिपोर्ट में दोषारोपित पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा ने सोमवार को पलटवार करते हुए कहा कि प्रवेश शुल्क और स्पेक्ट्रम की नीलामी नहीं करने समेत ‘सभी बड़े फैसले’ प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पी चिदंबरम और प्रणब मुखर्जी से सलाह-मशविरा करने के बाद लिए गए।

उन्होंने कहा कि मैंने कोई एकतरफा फैसला नहीं किया। मेरी ओर से प्रत्येक बड़ा फैसला दूरसंचार विभाग के अधिकारियों और उसके बाद माननीय प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री (तत्कालीन वित्त मंत्री पी चिदंबरम) और तत्कालीन विदेश मंत्री प्रणब मुखर्जी जो उस समय स्पेक्ट्रम से संबंधित मंत्रियों के समूह के अध्यक्ष थे उनसे सलाह-मशविरा करने के बाद लिए गए। उन्होंने कहा कि प्रवेश शुल्क, स्पेक्ट्रम की नीलामी नहीं करने, 25 सितंबर 2007 तक आवेदनों की जांच समेत सारे मुद्दों पर मैंने व्यक्तिगत रूप से माननीय प्रधानमंत्री और दूरसंचार विभाग के साथ चर्चा की और उसके बाद ही आगे बढ़ा।

समिति के सदस्यों को पिछले सप्ताह मसौदा रिपोर्ट वितरित करने के बाद जेपीसी प्रमुख पी सी चाको को भेजे गए अपने 100 पन्नों से अधिक के बयान में राजा ने मसौदा रिपोर्ट के उस आरोप का जोरदार खंडन किया जिसमें कहा गया था कि उन्होंने जब फैसला किया तो प्रधानमंत्री को गुमराह किया था। उन्होंने निष्कर्ष तक पहुंचने से पहले अपना और प्रधानमंत्री का बयान दर्ज करने की मांग की।

उन्होंने कहा कि चूंकि यह अक्सर आरोप लगाया गया है कि ‘मैंने माननीय प्रधानमंत्री को गुमराह किया, तो मैं इस मुद्दे से यहां निपटने का इच्छुक हूं। सबसे पहले मैं इस बात को रेखांकित करूंगा कि यह आरोप सीबीआई ने लगाए हैं और वो भी प्रधानमंत्री का बयान दर्ज किए बिना। उन्होंने कहा कि किस आधार पर तब उन्होंने कहा कि उन्हें गुमराह किया गया। मैं उम्मीद करता हूं कि जेपीसी वही गलती नहीं करेगी। अगर वे इस मुद्दे पर किसी निष्कर्ष पर पहुंचना चाहते हैं तो मेरा और माननीय प्रधानमंत्री का बयान दर्ज करना अनिवार्य है। (एजेंसी)

First Published: Monday, April 22, 2013, 22:26

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