4 अप्रैल से CITU का अखिल भारतीय सम्मेलन

4 अप्रैल से CITU का अखिल भारतीय सम्मेलन

4 अप्रैल से CITU का अखिल भारतीय सम्मेलन नई दिल्ली : माकपा से संबद्ध सीटू का 14वां अखिल भारतीय सम्मेलन आगामी चार अप्रैल से केरल में प्रारंभ होगा। इस सम्मेलन में आने वाले प्रतिनिधि देश में ट्रेड यूनियनों के संघर्षों को मजबूत करने की रणनीति पर फैसला लेंगे और रोजगार से जुड़ी चुनौतियों पर चर्चा करेंगे।

कन्नूर में आयोजित होने वाले इस सम्मेलन में देशभर से लगभग दो हजार प्रतिनिधि जुटेंगे और अगले तीन साल तक सीटू को चलाने के लिए कार्यालय अधिकारियों, कार्य समिति और महापरिषद सदस्यों को चुनेंगे। पिछली बार सम्मेलन का आयोजन मार्च 2010 में चंडीगढ़ में हुआ था।

सीटू के महासचिव तपन सेन ने कहा, ‘‘तीन साल का यह समय भारत के कामगार वर्ग के लिए बहुत महत्वपूर्ण रहा है। सीटू द्वारा मान्यता प्राप्त यूनियनों की ओर से संचालित बड़े संघर्ष और अभियानों के साथ ही देशभर में केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और स्वतंत्र राष्ट्रीय संघों द्वारा संयुक्त रूप से भी बड़े आयोजन किए गए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस सम्मेलन में देश की संयुक्त ट्रेड यूनियनों के संघषरें को मजबूत करने के बारे में भी चर्चा की जाएगी। सीटू के संगठन की कार्यविधि और इसके विकास के विभिन्न पहलुओं पर भी चर्चा की जाएगी।’’

सम्मेलन में सेन कामगारों और अन्य श्रमिक वर्गों से जुड़े मसलों के संदर्भ में पिछले तीन साल में हुए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय राजनैतिक व आर्थिक बदलावों से जुड़ी एक रिपोर्ट पेश करेंगे। उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन में यूनियनों की लोकतांत्रिक कार्यपद्धति को मजबूत बनाने, सामाजिक मसले उठाने, रोजगार से जुड़े बदलावों और चुनौतियों और एक विकल्प के लिए लड़ी जाने वाली लड़ाई के बारे में चर्चा की जाएगी।

इस सम्मेलन का नारा है ‘नीतियां बदलने के लिए वर्ग संघर्ष को तीव्र करो’। इस सम्मेलन से जुड़े कामगारों की एक महारैली आठ अप्रैल को होगी। सेन ने कहा कि सम्मेलन के लिए कन्नूर में पिछले तीन महीनों से तैयारियां चल रही हैं और सेमिनार, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और खेल कूद का भी आयोजन किया गया है। उन्होंने बताया कि ट्रेड यूनियन आंदोलनों और संघषरें के इतिहास को दर्शाती एक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया है। (एजेंसी)

First Published: Sunday, March 31, 2013, 12:37

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