Last Updated: Sunday, November 25, 2012, 18:29

पटना : भाजपा सांसद एवं अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा ने सीबीआई के निदेशक के पद पर जेठमलानी के बिहार कैडर के आईपीएस अधिकारी रंजीत सिन्हा की नियुक्ति को लेकर दिए गए बयान को सही ठहराया है। भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने आज कहा कि सीबीआई के नये निदेशक की नियुक्ति को लेकर निष्पक्ष और पारदर्शी प्रक्रिया अपनाई गयी है। इसको लेकर किसी प्रकार का विवाद आधारहीन मुद्दा है। सीबीआई निदेशक जैसे पद के लिए रंजीत एक वरिष्ठ और सक्षम अधिकारी हैं।
उन्होंने कहा कि सीबीआई के नए निदेशक का चुनाव उच्चतम न्यायालय द्वारा बनायी गयी कमेटी की अनुशंसा पर किया गया है और केंद्रीय सतर्कता आयोग :सीवीसी: ने उस पर अपनी मुहर लगा दी है।
लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज और राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरूण जेटली द्वारा विरोध किए जाने पर उन्होंने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है, लेकिन उनका व्यक्तिगत विचार है कि लोकपाल विधेयक के पारित नहीं होने तक सीबीआई जैसे महत्वपूर्ण संगठन को नेतृत्वविहीन नहीं रखा जा सकता। उन्होंने कहा कि लोकपाल बिल का राज्यसभा में क्या हश्र हुआ यह सभी उस समय देख चुके हैं।
इससे पहले, भाजपा के वरिष्ठ नेताओं यशवंत सिन्हा और रामजेठमलानी द्वारा भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी के इस्तीफे की मांग का भी उन्होंने पक्ष लिया था।
गौरतलब है कि भाजपा सांसद रामजेठमलानी ने सीबीआई निदेशक की नियुक्ति को लेकर अपनी पार्टी की ओर से केंद्र सरकार पर किए गए हमले की कल आलोचना की थी और कहा था कि सरकार के इस फैसले ने ‘राष्ट्रीय आपदा’ को टाला है।
सीबीआई के नए निदेशक की नियुक्ति पर पार्टी रुख से सहमत नहीं होने पर जेठमलानी के खिलाफ भाजपा द्वारा अनुशासनात्मक कार्रवाई किए जाने का संकेत दिए जाने के बारे में पूछे जाने पर शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि इसके लिए कोई आधार नहीं है। हालांकि, उन्होंने कहा कि यह पार्टी का विशेषाधिकार है, पर उन्हें ऐसा लगता है कि सच बोलने वालों के खिलाफ किसी अनुशासनात्मक कार्रवाई किए जाने का कोई कारण उन्हें नजर नहीं आता।
भाजपा के दूसरे वरिष्ठ नेताओं के विपरीत गडकरी और सीबीआई निदेशक को लेकर अपने खुले विचार को लेकर पार्टी के गुस्से को आमंत्रित करने के बारे में पूछे जाने पर सिन्हा ने कहा कि वे परिपक्व हैं और पार्टी के भीतर ही पले और इस उम्र को पहुंचे हैं तथा कभी भी मर्यादा का उल्लंघन नहीं किया है।
उन्होंने दावा किया कि वह पार्टी और देशहित में हमेशा सही बात कहते रहे हैं। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के बारे में पूछे जाने पर सिन्हा ने कहा कि पार्टी के भीतर कई वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, यशवंत सिन्हा, राम जेठमलानी, सुषमा स्वराज, अरूण जेटली और नरेंद्र मोदी हैं, लेकिन आडवाणी जी इस पद के लिए सुयोग्य हैं।
उन्होंने कहा कि वैसे तो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी प्रधानमंत्री पद के योग्य उम्मीदवार हैं, लेकिन संख्या बल के आधार पर इस पद के उम्मीदवार का चयन होगा। सिन्हा ने कहा कि उनके विचार से उनकी पार्टी को वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में ज्यादा लाभ उस समय होगा जब वह अपने सिपहसालार की घोषणा चुनाव पूर्व कर दे। (एजेंसी)
First Published: Sunday, November 25, 2012, 17:48