Last Updated: Wednesday, December 5, 2012, 22:35
नई दिल्ली: विपक्षी दल लोकसभा में बहुब्रांड खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) पर सरकार की जीत को खारिज करते हुए कहा कि यह सीबीआई की एफडीआई पर जीत है। विपक्षी दलों का इशारा समाजवादी पार्टी (सपा) एवं बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की ओर था। लोकसभा में एफडीआई के विरोध में विपक्ष का प्रस्ताव 253 के मुकाबले 218 मतों से गिर गया।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने कहा कि यह केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की जीत है। सदन में मतदान से पहले बहिर्गमन करने वाली सपा के प्रमुख मुलायम सिंह यादव एवं बसपा की प्रमुख मायावती के खिलाफ सीबीआई कई मामलों में जांच कर रही है।
जोशी ने कहा कि इसकी व्यवस्था की गई थी। यह सीबीआई की जीत है न कि एफडीआई की। भाजपा नेता सुषमा स्वराज ने कहा कि भले ही एफडीआई पर प्रस्ताव गिर गया हो लेकिन यह हार उनके लिए नैतिक जीत है।
नेता विपक्ष स्वराज ने सपा एवं बसपा को बहिर्गमन पर निशाना बनाते हुए कहा कि कुछ लोगों ने हमारे साथ भाषण दिया लेकिन मत उन्हें दिया। इससे उनके कथनी एवं करनी में अंतर उजागर होता है। उन्होंने अपरोक्ष रूप से एफडीआई को समर्थन दिया।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के नेता गुरुदास गुप्ता ने भी इसे सरकार की हार की संज्ञा दी क्योंकि उसके पास सदन में बहुमत है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, December 5, 2012, 22:35