Last Updated: Sunday, December 2, 2012, 19:03

नई दिल्ली : ससंदीय कार्य मंत्री कमलनाथ ने बताया कि खुदरा क्षेत्र में एफडीआई पर फेमा अधिसूचना को संसद के एक सदन में पारित होना ही आवश्यक है। उन्होंने विपक्ष के उन दावों को खारिज कर दिया जिसमें कहा जा रहा था कि सरकार राज्यसभा में फैसले को मंजूरी नहीं दिलवा पायेगी क्योंकि वहां संप्रग अल्पमत में है।
कार्यक्रम ‘डेविल्स एडवोकेट’ में करण थापर को उन्होंने बताया, अगर एक सदन इसे पारित कर दे तो यह पारित हो जायेगा। इसे दोनों सदनों द्वारा पारित किये जाने की आवश्यकता नहीं है। नियमों में यही प्रावधान है। माकपा नेता सीताराम येचुरी ने पिछले सप्ताह कहा था कि नियमों के आधार पर फेमा अधिसूचना दोनों सदनों में पेश करने और पारित करने की जरूरत है। ऐसा न करने पर इसे अदालत में चुनौती में दी जा सकती है।
विपक्ष के इस दावे से कमलनाथ सहमत नहीं हैं। उन्होंने कहा, हर मामला अदालत में जा सकता है। अगर यह जाता है तो हम इसे निपटेंगे। मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि लोक सभा और राज्य सभा के लिये अलग अलग प्रावधान हैं। नाथ ने हालांकि यह स्वीकार किया फेमा अधिसूचना को सरकार अगले सत्र में भी पेश कर सकती है। उन्होंने बताया कि सपा और बसपा की ओर से एफडीआई पर उन्हें कोई आश्वासन नहीं मिला है। हालांकि उन्हें विश्वास है कि दोनों दल संप्रग का समर्थन करेंगे।
ससंदीय कार्य मंत्री कमलनाथ ने कहा, अभी तक मुझे किसी राजनीतिक पार्टी से कोई आश्वासन नहीं मिला है। जितना मुझे पता है, उसके अनुसार मैं राजनीतिक दलों को यह समझाने में सफल हो जाउंगा कि इस मतदान के पीछे क्या है। उन्होंने बताया कि वह सभी से बातचीत कर रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, हम सभी से बातचीत कर रहे हैं। हमें विश्वास है कि हम लोकसभा और राज्यसभा में इससे पार पा लेंगे। मुझे हमारी संख्या पर भरोसा है। उन्होंने इस बात से इनकार दिया कि सरकार संसद सदस्यों के मतदान से अनुपस्थित रहने का प्रबंध कर रही है।
कमलनाथ ने कहा, मैं सचिन तेंदुलकर के मतदान से अनुपस्थित रहने का प्रबंध नहीं कर रहा हूं। मैं किसी भी पार्टी के अनुपस्थित रहने का प्रबंध नहीं कर रहा हूं। मैं इस बारे में नहीं सोच रहा हूं कि हम जीतेंगे या नहीं। मैं राज्यसभा में जीत के लिये आश्वस्त हूं। उन्होंने संकेत दिये कि उन्हें विश्वास है कि बीमा और पेंशन बिल को भी इसी सत्र में पारित करा लिया जायेगा। (एजेंसी)
First Published: Sunday, December 2, 2012, 19:03