Last Updated: Sunday, November 4, 2012, 20:48
नई दिल्ली : मार्क्सावादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने रविवार को सरकार को चुनौती दी है कि यदि उसकी नजर में खुदरा में विदेशी निवेश का मुद्दा देश के लिए इतना ही महत्वपूर्ण है तो उसे इसपर आगामी शीतकालीन सत्र में संसद में मतदान कराना चाहिए।
माकपा के महासचिव प्रकाश करात ने कहा कि संसद के शीतकालीन सत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) चर्चा का प्रमुख मुद्दा होगा।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी ने खुदरा क्षेत्र में विदेशी निवेश का विरोध करने वाली पार्टियों पर आज करारा हमला बोला है।
प्रकाश करात से जब पूछा गया कि क्या विपक्ष इस मुद्दे पर संसद में अविश्वास प्रस्ताव लाएगा? जवाब में करात ने कहा,‘यह अविश्वास का सवाल नहीं है, एफडीआई के मुद्दे पर मत विभाजन होना चाहिए।’
करात ने कहा,‘हम सरकार को चुनौती देंगे कि यदि एफडीआई का मुद्दा देश के लिए इतना ही महत्वपूर्ण है तो इसे संसद में पारित होना चाहिए। इसपर मतदान कराया जाना चाहिए। पूरा विपक्ष एक होकर यह कहेगा कि इस निर्णय पर संसद की मंजूरी होनी चाहिए।’
सोनिया गांधी के इस आरोप पर कि विपक्ष सरकार की विकासात्मक नीतियों के खिलाफ हैं, करात ने कहा कि कांग्रेस वालमार्ट जैसी बहुराष्ट्रीय कंपनियों के पक्ष में बात कर रही है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, November 4, 2012, 20:48