Last Updated: Wednesday, November 14, 2012, 16:28

नई दिल्ली : इस महीने की 22 तारीख से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र को सरकार के लिए मुश्किल बनाने का संकेत देते हुए मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने आज कहा कि वह मल्टी ब्रांड खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के फैसले का कड़ा दर्ज कराने के इरादे से इसका विरोध कर रहे सभी दलों के साथ संसद में तालमेल करेगी।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा पिछले कुछ दिनों से एफडीआई मुद्दे पर आम राय बनाने के प्रयासों के बीच भाजपा प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने यहां कहा, खुदरा क्षेत्र में एफडीआई के सरकार के फैसले का विरोध करना हम जारी रखेंगे।
उन्होंने कहा, संसद के आगामी सत्र में हम सरकार के इस निर्णय का पूरी तरह विरोध करेंगे। उन्होंने कहा कि संसद में खुदरा क्षेत्र में एएफडीआई के निर्णय के विरोध को असरदार बनाने की रणनीति तय करने के लिए राजग के घटक दलों के अलावा अन्य दलों से भी विचार विमर्श किया जाएगा।
प्रसाद ने कहा कि एफडीआई का विरोध करने वाले दलों के बीच अधिक से अधिक समन्वय स्थापित किया जाएगा। यह पूछे जाने पर कि इस विषय पर क्या विपक्ष मत विभाजन के प्रावधान वाले नियम के तहत चर्चा कराने का दबाव बनाएगा, उन्होंने कहा कि संसद सत्र शुरू होने से एक दिन पहले इस बारे में निर्णय किया जाएगा।
भाजपा के अलावा वाम दल और संप्रग से हाल ही में अलग हुई तृणमूल कांग्रेस भी एफडीआई निर्णय का विरोध कर रहे हैं। सरकार में शामिल द्रमुक ने इस विषय पर अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, November 14, 2012, 15:24