Last Updated: Tuesday, July 23, 2013, 19:01

नई दिल्ली : कांग्रेस नेता शकील अहमद के एक विवादित बयान में खुद को घसीटे जाने से इंकार करते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) का आरोप-पत्र और प्रतिबंधित संगठन इंडियन मुजाहिदीन को लेकर उसका रुख पूरी तरह स्पष्ट है।
शकील अहमद ने पिछले दिनों बयान दिया था कि गुजरात दंगों की वजह से इंडियन मुजाहिदीन वजूद में आया। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री आर पी एन सिंह ने कहा कि इंडियन मुजाहिदीन पर मंत्रालय का आधिकारिक रुख बहुत स्पष्ट है और बाकी 34 अन्य संगठनों की तरह उसे गैर-कानूनी गतिविधि (रोकथाम) कानून के तहत प्रतिबंधित घोषित किया गया है।
आर पी एन सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘इंडियन मुजाहिदीन को लेकर गृह मंत्रालय का विचार क्या है, यह हमारी वेबसाइट पर है। गैर-कानूनी गतिविधि (रोकथाम) कानून के तहत ये सभी प्रतिबंधित संगठन हैं। हमारा रुख बहुत स्पष्ट है। गृह मंत्रालय ऐसी चीजों पर ट्वीट नहीं कर रहा।’
सिंह अहमद की एक टिप्पणी के मुद्दे पर प्रतिक्रिया जाहिर कर रहे थे। अहमद ने एनआईए के आरोप-पत्र का हवाला देते हुए माइक्रोब्लॉगिंग साइट ‘ट्विटर’ पर लिखा था कि गुजरात दंगों की वजह से इंडियन मुजाहिदीन का गठन हुआ। अहमद की इस टिप्पणी पर भाजपा ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस पर वोट बैंक की राजनीति के लिए सांप्रदायिक कार्ड खेलने का आरोप लगाया था जबकि कांग्रेस ने अहमद के बयान से पल्ला झाड़ लिया था।
सिंह ने कहा कि एनआईए के आरोप-पत्र में सब कुछ काफी स्पष्ट है और हर किसी को पता है कि आरोप-पत्र में क्या कहा गया है। पिछले 17 जुलाई को दायर आरोप-पत्र में इंडियन मुजाहिदीन के पांच कथित सदस्यों पर देश भर में अलग-अलग आतंकवादी वारदात को अंजाम देने की खातिर साजिश रचने का आरोप लगाते हुए एनआईए ने कहा है, ‘बाबरी मस्जिद विध्वंस तथा गोधरा में ट्रेन को फूंक दिए जाने की घटना के बाद 2002 में गुजरात में भड़के दंगों जैसे कारकों की वजह से हुए सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के कारण स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) से उग्र चरमपंथी मुस्लिम नौजवानों के अलग होने के बाद 2003 में इंडियन मुजाहिदीन का गठन हुआ।’
आरोप-पत्र के मुताबिक, ‘वे भारत के संविधान में विश्वास नहीं रखते और इंडियन मुजाहिदीन के सदस्य हिंदू समुदाय के खिलाफ सांप्रदायिक दुर्भावना का पोषण करते हैं।’ एनआईए ने आरोप-पत्र में कहा है कि इंडियन मुजाहिदीन को विदेशों से लगातार धन मुहैया कराया जा रहा है और इसके कुछ सदस्य देश के कई हिस्सों में आतंकवादी हमलों को अंजाम देने के मकसद से बड़े पैमाने पर भर्ती अभियान चला रहे हैं। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, July 23, 2013, 19:01