ISI की मदद से नकली नोटों के नेटवर्क का संचालन कर रहा है दाऊद इब्राहिम: टुंडा। Dawood operating fake currency network with ISI help: Tunda

ISI की मदद से नकली नोटों के नेटवर्क का संचालन कर रहा है दाऊद इब्राहिम: टुंडा

ISI की मदद से नकली नोटों के नेटवर्क का संचालन कर रहा है दाऊद इब्राहिम: टुंडाज़ी मीडिया ब्‍यूरो/बिमल कुमार

नई दिल्‍ली : अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का निकट सहयोगी और लश्कर-ए -तोएबा का बम विशेषज्ञ अब्दुल करीम उर्फ टुंडा ने सोमवार को पूछताछ में जांचकर्ताओं के सामने कई और अहम राज खोले हैं। नकली नोटों के इस आतंकी ने भारत में भारी तादाद में नकली नोट भेजे हैं।

सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार आतंकी टुंडा ने जांचकर्ताओं को बताया पाकिस्‍तानी सेना की देखरेख में नकली नोटों की छपाई की जाती है। पाक सेना का एक मेजर तैयब नकली वहां नोटों का धंधा संभालता है। आईएसआई की पैनी निगाह के तले नकली नोटों की छपाई पाकिस्‍तान के एक अति सुरक्षित प्रेस में की जाती है। टुंडा ने यह भी खुलासा किया कि पाकिस्‍तान की कुख्‍यात खुफिया एजेंसी आईएसआई के सक्रिय सहयोग से दाऊद इब्राहिम नकली भारतीय नोटों (एफआईसीएन) के नेटवर्क का संचालन कर रहा है।

एक रिपोर्ट के अनुसार, टुंडा ने किए कई और सनसनीखेज खुलासे किए हैं। उसने कबूला है कि दाऊद का साथी इकबाल मलिक टुंडा का सहयोगी है। उसके भारतीय मूल के आईएसआई से जुड़े इकबाल के साथ काफी करीबी संबंध हैं। इकबाल के बारे में माना जाता है कि वह हर साल 1600 करोड़ रुपये का नकली नोट में भारत में सप्‍लाई करता है।

`बम मशीन` टुंडा पूछताछ में लश्‍कर सरगना हाफिज सईद के भी कई राज खोल रहा है। अभी और राज खुलने के आसार हैं। यह बात पहले ही सामने आ चुकी है कि आतंकी टुंडा दिल्‍ली को दहलाने की फिराक में था।

इससे पहले, टुंडा ने पूछताछ में बताया था कि दाऊद कराची में एक सुरक्षित आवास में रहता है और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई उसे सुरक्षा मुहैया करा रही है। दिल्ली पुलिस के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि पूछताछ के दौरान टुंडा ने दावा किया कि वह दाऊद से कई बार मिला है। अधिकारी ने कहा कि उसका (टुंडा) दावा है कि दाऊद ने पहली बार उसे 2010 में मिलने के लिए बुलाया था। उसका कहना है कि अंडरवर्ल्ड डॉन कराची में एक सुरक्षित आवास में रहता है और आईएसआई उसे सुरक्षा मुहैया कराती है। उसकी आवाजाही सीमित है और खुफिया एजेंसी उस पर नजर रखती है।

70 वर्षीय टुंडा ने पुलिस को बताया कि जब वह पाकिस्तान में था तो वह आईएसआई, लश्कर-ए-तोएबा, जैश-ए-मोहम्मद, इंडियन मुजाहिद्दीन और बब्बर खालसा जैसे कई संगठनों के संपर्क में आया तथा उसने हाफिज सईद, मौलाना मसूद अजहर, जकी-उर-रहमान लखवी, दाउद इब्राहिम और भारत के कई अन्य वांछितों से मुलाकात की थी।

First Published: Monday, August 19, 2013, 10:14

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