'MCD नतीजे मेरी सरकार पर फैसला नहीं' - Zee News हिंदी

'MCD नतीजे मेरी सरकार पर फैसला नहीं'




ज़ी न्‍यूज ब्‍यूरो

 

नई दिल्ली : नगर निगम के चुनाव में कांग्रेस की करारी हार को दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने यह कहते हुए कमतर आंकने का प्रयास किया कि यह नगर निकाय चुनाव है तथा इसकी किसी अन्य बात से तुलना नहीं की जा सकती। दिल्ली के तीनों निगमों में भाजपा के हाथों अपनी पार्टी की हार पर दीक्षित ने कहा कि यह मेरा चुनाव नहीं था। यह एमसीडी चुनाव था। निगम चुनाव के नतीजे मेरी सरकार के खिलाफ फैसला नहीं है। शीला ने एमसीडी चुनाव में हार पर पल्‍ला झाड़ते हुए कहा कि हार सिर्फ मेरी जिम्‍मेदारी नहीं है। हार की जिम्‍मेदारी किसी एक की नहीं है। इस चुनाव में हार की एक बड़ी वजह महंगाई है।

 

 

उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि जब हमारे (विधानसभा) चुनाव आएंगे तब हम देखेंगे। यदि कोई त्रुटियां हैं तो हम उसे सुधारेंगे। हमने संख्याबल में सुधार किया है। सुधारजनक कदम उठाए जाएंगे। उनका बयान पूर्वी दिल्ली के सांसद और उनके बेटे संदीप दीक्षित के उस बयान के विपरीत है, जिसमें टूजी जैसे घोटालों और महंगाई से पनपी कांग्रेस विरोधी भावना तथा लोगों एवं सरकार के बीच दूरी को पराजय के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। कल प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा था कि हर चुनाव में विजेता और पराजित दोनों होते हैं और किसी को भी उसे गरिमामय ढंग से स्वीकार करना चाहिए।
भाजपा की जीत दीक्षित के लिए एक करारा झटका है जो करीब 14 साल से निरंतर दिल्ली पर शासन कर रही हैं और जिन्होंने निगम पर भगवा दल की पकड़ कमजोर करने के प्रयास के तहत एमसीडी को तीन हिस्सों में बांट दिया। जब पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने इसका विरोध किया तब भी वह उनके विरोध पर पार पाने में सफल रहीं। इन नेताओं ने चेतावनी दी थी कि 53 वर्षीय निगम को चुनाव से पहले विभाजित करना पार्टी के लिए महंगा पड़ेगा।
शहर भर में कई रैलियों को संबोधित करने वाली और पार्टी के पक्ष में जबरदस्‍त प्रचार करने वाली दीक्षित ने इस बात से इनकार किया था कि महंगाई कोई मुद्दा है जैसा कि भाजपा ने पेश किया था, लेकिन अब ऐसा जान पड़ता है कि उनका आकलन सही नहीं था।

First Published: Wednesday, April 18, 2012, 14:15

comments powered by Disqus