SC पहुंची एयर इंडिया, 9 और पायलट बर्खास्‍त - Zee News हिंदी

SC पहुंची एयर इंडिया, 9 और पायलट बर्खास्‍त



नई दिल्ली : संकट ग्रस्त एयर इंडिया ने गुरुवार को हड़ताल के तीसरे दिन नौ और पायलटों को बर्खास्‍त कर दिया। पायलटों के आंदोलन के कारण सरकारी विमानन कंपनी को 20 से ज्यादा उड़ानें रद्द करनी पड़ी है और बड़ी संख्या में यात्रियों को परेशानी हो रही है। साथ ही विमानन कंपनी ने आज अमेरिका, कनाडा और यूरोप की उड़ानों के लिए 15 मई तक टिकट बुकिंग बंद कर दी।

 

उधर, एयर इंडिया पायलटों की मनमानी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है और याचिका दायर की है। गौर हो कि हाईकोर्ट ने बीते दिनों पायलटों को काम पर लौटने को कहा था। पायलटों के हाईकोर्ट का आदेश न मानने पर एयर इंडिया ने यह कदम उठाया है। गौर हो कि मंगलवार से काम पर पायलट नहीं आ रहे हैं।

 

इंडियन पायलट  गिल्ड (आईपीजी) से संबद्ध 200 से ज्यादा पायलटों के काम पर लौटने से इनकार करने के कारण एयर इंडिया ने कहा कि वह न्यूयार्क, न्यूजर्सी, शिकागो, टोरंटो, लंदन, पेरिस और फ्रेंकफर्ट के लिए अंतरराष्ट्रीय परिचालनों को रद्द कर रही है। कुछ अन्य विदेशी गंतव्य के लिए उड़ानें स्थगित की जा सकती हैं। एयर इंडिया ने आज और नौ पायलटों को बर्खास्‍त कर दिया,जिससे इन बर्खास्‍त पायलटों की संख्या बढ़कर 45 हो गई है। मंगलवार को 10 पायलटों जिनमें से ज्यादातर आईपीजी के अधिकारी थे, को बर्खास्‍त किया गया था। इसके अलावा 26 अन्य पायलटों को भी बाहर का दरवाजा दिखाया गया था। एयर इंडिया के प्रबंधन ने आईपीजी की मान्यता भी खत्म कर दी है।

 

हड़ताल का नेतृत्व कर रहे पायलटों के संगठन आईपीजी ने झुकने से इन्कार करते हुए कहा कि पायटलटों की बर्खास्‍त का आदेश वापस लिया जाए क्यों कि बगैर इसके काम पर वापस लौटने का सवाल ही पैदा नहीं होता। आंदोलनकारी पायलटों ने इस गतिरोध को खत्म करने के लिए कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से हस्तक्षेप करने की मांग की है।

 

आईपीजी के अध्यक्ष जितेंद्र अवहाद ने संवाददाताओं से कहा कि यह पायलटों के के लिए जिंदगी और मौत तथा कैरियर का सवाल है। आईपीजी की एयर इंडिया प्रबंधन से बातचीत हुई थी, जिसने अपना वायदा पूरा नहीं किया। हमारी शिकायत के प्रति प्रबंधन का रवैया गंभीर नहीं है। दिल्ली और मुंबई से आज एयर इंडिया की 20 से ज्यादा उड़ानें रद्द की गईं। दिल्ली से फ्रेंकफट, शंघाई, टोरंटो, न्यूजर्सी, शिकागो और सियोल के लिए उड़ानें रद्द कर दी गईं जबकि मुंबई से न्यूयार्क, रियाद और शांगहाई के लिए उड़ानों का परिचालन नहीं हो रहा है। एयर इंडिया रोजाना 50 अंतरराष्ट्रीय और 400 घरेलू उड़ानों का परिचालन करती है।

 

नागर विमानन मंत्री अजित सिंह ने कहा कि यदि वे अदालत का आदेश नहीं मानना चाहते तो मेरी बात क्यों सुनेगे। उन्होंने उच्च न्यायालय की फैसले को मानने का फैसला करना होगा। यही कानून है लेकिन वे ऐसा करने के लिए तैयार नहीं हैं। तो हम क्या कर सकते हैं। सिंह ने हालांकि इस बात का दोहराया कि सरकार पायलटों के साथ बातचीत के लिए तैयार है और उम्मीद जताई कि वे उच्च न्यायालय का आदेश मानेंगे जिसमें इस आंदोलन को गैरकानूनी करार दिया गया है।

 

सिंह ने कहा कि उच्च न्यायालय ने बिल्कुल स्पष्ट आदेश दिया है। हमें उम्मीद करनी चाहिए कि पायलट उच्च न्यायालय का फैसला मानेंगे। हर चीज पर बातचीत हो सकती है लेकिन उन्हें पहले हमसे बातचीत करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विमानन कंपनी और यात्रियों का हित सर्वोपरि है। मंत्री ने कहा कि उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए एयर इंडिया की विश्वसनीयता खत्म न हो।

(एजेंसी)

First Published: Friday, May 11, 2012, 11:37

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