Last Updated: Thursday, November 22, 2012, 14:35

नई दिल्ली : संप्रग के पूर्व घटक दल तृणमूल कांग्रेस की ओर से खुदरा क्षेत्र में एफडीआई के मुद्दे पर सरकार के खिलाफ लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाने का प्रयास विफल हो गया। पार्टी ऐसा प्रस्ताव लाने के लिए अपेक्षित संख्या नहीं जुटा पायी।
संसद के शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन ममता बनर्जी की पार्टी ने अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस पेश किया लेकिन लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने इसकी अनुमति नहीं दी क्योंकि तृणमूल प्रस्ताव के लिए आवश्यक 50 सदस्य संख्या नहीं जुटा पायी।
तृणमूल नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने नोटिस का मजमूम पढा और तृणमूल सदस्यों के अलावा बीजद के तीन सदस्यों ने इसका समर्थन किया। लेकिन प्रस्ताव के लिए आवश्यक 50 सदस्य संख्या नहीं जुटा पाने के कारण अध्यक्ष ने इसे पेश करने की अनुमति नहीं दी।
बंदोपाध्याय की बात पर अध्यक्ष ने सदन से पूछा कि जो उनके समर्थन में हैं, खडे हो जाएं। कांग्रेस सदस्यों की ओर से शर्म करो शर्म करो के नारे के बीच तृणमूल सदस्य अपनी जगहों पर खडे हो गये। इस दौरान कांग्रेस और तृणमूल सदस्यों के बीच नोंकझोंक भी हुई।
पर्याप्त समर्थन नहीं हो पाने के कारण मीरा कुमार ने कहा कि प्रस्ताव को सदन में नहीं पेश किया जा सकता। तृणमूल सदस्यों के आसन के सामने आकर नारेबाजी करने और कुछ अन्य दलों के विभिन्न मुद्दों पर हुए हंगामे के कारण दोपहर दो बजे से पहले लोकसभा की कार्यवाही दो बार स्थगित करनी पडी। (एजेंसी)
First Published: Thursday, November 22, 2012, 11:39