Last Updated: Thursday, September 27, 2012, 14:13

ज़ी न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली : एनसीपी प्रमुख और केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने गुरुवार को कहा कि वह अपने भतीजे अजित पवार से डिप्टी सीएम के पद से दिए इस्तीफे को वापस लेने को नहीं कहेंगे। साथ ही उन्होंने इस बात को जोर देकर कहा कि उनके परिवार में कोई मतभेद और विवाद नहीं है। इस बीच, कांग्रेस आलाकमान ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण को निर्देश दिया है कि अजित पवार के इस्तीफे को मंजूर करें। सूत्रों के अनुसार, शरद पवार से बातचीत के बाद सीमए को यह निर्देश दिया गया है।
उधर, महाराष्ट्र में उप मुख्यमंत्री अजीत पवार के इस्तीफे को लेकर जारी गतिरोध के बीच शरद पवार शुक्रवार को मुंबई पहुंच रहे हैं। समझा जाता है कि वह इस मुद्दे पर अंतिम फैसला करेंगे।
एक न्यूज चैनल से बातचीत में एनसीपी चीफ ने कहा कि उनका परिवार एकजुट है और वह इस रिपोर्ट का खंडन करते हैं कि उनके परिवार में किसी तरह का मतभेद है। पवार ने यह भी कहा कि अजित ने उनसे संपर्क करने के बाद ही इस्तीफा दिया। यह अजित का निजी फैसला है। पवार ने कहा कि एनसीपी के अन्य मंत्रियों के इस्तीफे की कोई जरूरत नहीं है। एनसीपी विधायक दल की बैठक में अजित के इस्तीफे वापस लेने संबंधी प्रस्ताव पारित होने के बाद शरद पवार का यह बयान आया है।
महाराष्ट्र में उप मुख्यमंत्री अजीत पवार के इस्तीफे को लेकर जारी गतिरोध के बीच राकांपा प्रमुख और केंद्रीय मंत्री शरद पवार शुक्रवार को यहां पहुंच रहे हैं। समझा जाता है कि वह इस मुद्दे पर अंतिम फैसला करेंगे। सूत्रों ने आज यहां बताया कि पवार कल शाम चार बजे राकांपा के विधायक दल की एक बैठक में शामिल होंगे।
राकांपा के विधायकों ने कल एक बैठक में सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया जिसमें अजीत पवार से उनका इस्तीफा वापस लेने का अनुरोध किया गया है। पार्टी के शीर्ष नेता आज राकांपा के वरिष्ठ सदस्य तथा राज्य विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष बाबासाहेब कुपेकर के अंतिम संस्कार के लिए कोल्हापुर में हैं।
मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने राज्य की राजनीतिक स्थिति को लेकर अपने आधिकारिक आवास ‘वष्रा’ में कांग्रेस के नेताओं और विधायकों के साथ कई अनौपचारिक बैठकें कीं। कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष मानिक राव ठाकरे ने भी राज्य पार्टी कार्यालय में पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर उन्हें घटनाक्रम से अवगत कराया।
नाम जाहिर न करने के अनुरोध पर कांग्रेस के सूत्रों ने बताया कि पार्टी को पदाधिकारियों या विधायकों की कोई औपचारिक बैठक बुलाने की आवश्यकता नहीं है क्यांेकि अभी कोई फैसला करने की जरूरत नहीं है। सूत्रों ने बताया कि एकमात्र फैसला चव्हाण को करना है और वह फैसला अजीत पवार के इस्तीफे के बारे में है। चव्हाण के अजीत पवार और शरद पवार से बात करने के बाद ही यह फैसला किया जाएगा।
अजीत पवार के इस्तीफे को लेकर पार्टी में मतभेद के संकेत हैं। कल राकांपा विधायकों ने उनसे इस्तीफा वापस लेने का अनुरोध किया। लेकिन शरद पवार के करीबी और केंद्रीय मंत्री प्रफुल पटेल ने कहा कि इसे स्वीकार किया जाना चाहिए। बहरहाल, सभी ने कहा कि शरद पवार का निर्णय अंतिम होगा।
मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में कल रात अजीत पवार ने अपने और अपने चाचा शरद पवार के बीच दरार की खबरों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि यह (दरार की खबरें) मीडिया की उपज है। शरद पवार पार्टी के सर्वोच्च नेता हैं और उनका फैसला (इस्तीफे पर) अंतिम होगा।
अजीत पवार से पूछा गया कि क्या राकांपा अध्यक्ष के कहने पर वह अपना इस्तीफा वापस ले लेंगे। इस पर अजीत पवार ने कुछ भी कहने से मना कर दिया।
First Published: Thursday, September 27, 2012, 14:13