अनुमानित नुकसान की सीमा का अंत नहीं: कमलनाथ

अनुमानित नुकसान की सीमा का अंत नहीं: कमलनाथ

अनुमानित नुकसान की सीमा का अंत नहीं: कमलनाथनई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री कमलनाथ ने कोयला ब्लाक आवंटन और दिल्ली हवाई अड्डा विकास पर कैग रिपोर्ट पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘अनुमानित नुकसान की धारणा’ कहीं से भी शुरू हो सकती है और कहीं तक भी जा सकती है।

कमलनाथ ने कहा, ‘‘ऐसी मनोदशा है कि सब कुछ गलत है और अनुमानित नुकसान की अवधारणा है। अब यदि मेरे पास एक सरकारी कार और मैं उसका इस्तेमाल एक सप्ताह तक नहीं करता तो यह सरकार के लिए अनुमानित नुकसान है कि उन्होंने कार के लिए भुगतान किया और कभी इस्तेमाल नहीं किया।’’

कैग की रिपोर्ट में कोयला ब्लाकों के आवंटन से सरकारी खजाने को 1.86 लाख करोड़ रुपये का नुकसान होने की बात कही गई है। उसने साथ ही जीएमआर समूह प्रबंधित दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड को यात्रियों से सेवा शुल्क के रूप में लिये गए 239.69 करोड़ रुपये सुरक्षा उपकरण खरीदने में लगाने की इजाजत देने लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय को आरोपित किया है जबकि उपकरण कंपनी के अपने कोष से किये जाने चाहिए थे। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, August 22, 2012, 08:11

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