Last Updated: Thursday, August 25, 2011, 07:18
ज़ी न्यूज़ ब्यूरोप्रभावी लोकपाल की मांग को लेकर 10 दिनों से अनशन पर बैठे सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे से लोकसभा में सर्वसम्मति से अनशन समाप्त करने की अपील करते हुए इस दिशा में प्रभावी कदम उठाने की बात कही गई.
भ्रष्टाचार पर बुधवार को हुई चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि अन्ना का जीवन बहुमूल्य है और वह उनसे अनशन समाप्त करने की अपील करते हैं. विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने भी अन्ना से अनशन समाप्त करने की अपील की.
इसके बाद लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार ने एक प्रस्ताव पढ़ा और कहा कि अन्ना ने भ्रष्टाचार के मुद्दे को उठाया है उस दिशा में काफी गहन-विचार विमर्श किया है और हम उनसे अनशन समाप्त करने की अपील करते हैं.
'लोकपाल ड्राफ्ट पर बहस के लिए तैयार' प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अनशन खत्म करने की अपील के साथ ही कहा कि हम लोकपाल ड्राफ्ट पर बहस के लिए तैयार हैं.
लोकसभा में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि भ्रष्टाचार देश के लिए बड़ा मुद्दा है. हम लोकपाल ड्राफ्ट पर बहस के लिए तैयार हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा kf मेरा 41 साल का जीवन बेदाग है लेकिन कल मुरली मनोहर जोशी ने मुझ पर निजी हमला किया. अपने ऊपर लगे आरोपों से मैं दुखी हूं.
प्रधानमंत्री ने कहा, "मैंने मन से देश की सेवा की है. इसके बावजूद मुझ पर कई आरोप लगे."
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के कई कारण हैं. सरकार भ्रष्टाचार के खत्म करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है और हालात सुधारने की कोशिश की जा रही है.
लोकपाल मुद्दे पर उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि लोकपाल विधेयक पर आम सहमति बने.
प्रधानमंत्री ने अन्ना हजारे पक्ष और सरकार के बीच बने गतिरोध को तोड़ने के लिए संसद की सर्वोच्चता बनाये रखने के साथ समाज के पक्ष की बात को भी समाहित करने का सुझाव रखा.
गतिरोध को समाप्त करने के लिए प्रधानमंत्री ने सुझाव दिया कि अन्ना हजारे, अरुणा राय, जयप्रकाश नारायण और सरकार के लोकपाल विधेयक सहित इस संदर्भ के सभी मसौदों के मजबूत और कमजोर पक्षों पर संसद में चर्चा करके उनका निचोड़ संसद की स्थायी समिति को भेजा जाए.
First Published: Thursday, August 25, 2011, 17:53