Last Updated: Wednesday, September 14, 2011, 05:25
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की आलोचना में अन्ना हजारे ने जो भाषा इस्तेमाल की उसपर नाराजगी जताते हुए कांग्रेस ने गांधीवादी कार्यकर्ता से कहा है कि वे राजनीतिक संवादों में शिष्टाचार की सीमा का पालन करें. अन्ना द्वारा प्रधानमंत्री और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगियों की आलोचना के बारे में पूछे जाने पर पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि कांग्रेस का मानना है कि लोकतंत्र का सार सम्मानजनक बातचीत में ही निहित है. हालांकि कांग्रेस प्रवक्ता ने इस बात पर जोर दिया कि राजनीतिक और अन्य प्रकार की बातचीत में हर किसी को अपने बात रखने का अधिकार है, लेकिन यह जरूरी नहीं है कि कठोर और नकारात्मक शब्दों का ही इस्तेमाल किया जाए. निश्चित रूप से इसकी मर्यादा बनी रहनी चाहिए.उन्होंने कहा कि राजनीतिक और गैर राजनीतिक मंचों से जानकारी देने में शिष्टाचार की सीमा का पालन होना चाहिए. मालूम हो कि अन्ना हजारे ने पत्रकारकों को दिये साक्षात्कार में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को अच्छा व्यक्ति बताते हुए कहा था कि वह वरिष्ठ मंत्रियों के हाथों ‘रिमोट से चल’ रहे हैं और इसलिए ‘अप्रभावी’ हैं.
First Published: Wednesday, September 14, 2011, 10:55