Last Updated: Thursday, January 5, 2012, 06:30
ज़ी न्यूज ब्यूरोपुणे : आखिरकार वही हुआ जो कांग्रेस चाहती थी। अब यह साफ हो गया है कि अन्ना हजारे विधानसभा चुनाव वाले पांच राज्यों में कांग्रेस के खिलाफ प्रचार नहीं करेंगे।
पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव से पहले अन्ना हजारे के इन प्रदेशों में प्रस्तावित दौरे की अटकलों को विराम देते हुए उनकी सहयोगी किरण बेदी ने गुरुवार को कहा कि वह डॉक्टरों की सलाह के बाद प्रचार अभियान में नहीं जाएंगे।
पुणे के संचेती अस्पताल में 31 दिसंबर से ब्रोंकाइटिस का उपचार करा रहे अन्ना हजारे से मिलने के बाद किरण बेदी ने संवाददाताओं से कहा कि अन्ना प्रचार अभियान पर नहीं निकलेंगे। डॉक्टरों ने उन्हें अनशन नहीं करने या यात्रा नहीं करने की सलाह दी है और उन्हें पूरी तरह आराम की जरूरत है। बेदी ने कहा कि हजारे की स्थिति ठीक है लेकिन उन्हें पूरी तरह आराम की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हजारे का स्वास्थ्य उन सबके लिए काफी महत्वपूर्ण है और उन्हें तापमान में अचानक हो रहे बदलावों को देखते हुए यह सब करने नहीं दिया जा सकता। किरण ने कहा कि शनिवार को टीम अन्ना के कोर ग्रुप की बैठक में आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा और वह तब सदस्यों को अन्ना का संदेश देंगी।
सशक्त लोकपाल के लिए पिछले महीने अनशन और दूसरे आंदोलनों की रूपरेखा तय करने वाले अन्ना हजारे ने घोषणा की थी कि वह पांचों राज्यों में विधानसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस के खिलाफ अभियान चलाएंगे। अन्ना हजारे को 31 दिसंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और डाक्टरों ने उन्हें उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में प्रस्तावित चुनाव प्रचार कार्यक्रम में भाग नहीं लेने की सलाह दी थी। इन राज्यों में 28 जनवरी से तीन मार्च के बीच विधानसभा चुनाव होने हैं।
अन्ना का इलाज कर रहे डा. पराग संचेती ने इस बीच कहा कि अन्ना हजारे की सेहत में सुधार हो रहा है लेकिन उन्हें पूरे एक महीने तक आराम की जरूरत है। उन्हें अस्पताल से छुट्टी देने का फैसला रविवार को किया जाएगा।
अस्पताल की ओर से हजारे के स्वास्थ्य के संबंध में जारी बुलेटिन के मुताबिक उन्होंने संतोषजनक प्रगति की है और धीरे धीरे बीमारी से उबर रहे हैं। अन्ना के सीने का एक्सरे, ईसीजी व खून की जांच के नतीजे सामान्य रहे। डा. संचेती ने कहा कि अन्ना पूरी नींद ले रहे हैं और पहले से बेहतर महसूस कर रहे हैं। इससे पहले अरविंद केजरीवाल ने पिछले हफ्ते हजारे से मुलाकात की थी और कहा था कि हजारे का प्रचार अभियान पर जाने का फैसला पूरी तरह उनकी सेहत पर व डॉक्टरों की सलाह पर निर्भर करेगा।
गौरतलब है कि अन्ना के चुनाव वाले राज्यों के दौरे को रद किए जाने से सबसे ज्यादा सुकून कांग्रेस पार्टी को मिला है। पार्टी के नेता अंदर-अंदर इस बात को लेकर काफी डरे हुए थे कि अगर अन्ना विधानसभा चुनाव वाले पांच राज्यों में कांग्रेस के खिलाफ दौरा करते तो उसे नुकसान पहुंच सकता था। फिलहाल यह तो तय हो गया है कि अन्ना दौरे पर नहीं निकलेंगे। टीम अन्ना के दौरे को लेकर अभी सस्पेंस बना हुआ है।
First Published: Friday, January 6, 2012, 10:58