Last Updated: Sunday, August 28, 2011, 05:37
नई दिल्ली. अन्ना हज़ारे ने रविवार 28 अगस्त सुबह 10 बजे 13वें दिन अपना अनशन तोड़ा. दिल्ली के सुंदर नगर की सिमरन व इकरा नाम की दो बच्चियों ने नारियल पानी व शहद पिलाकर अनशन तोड़वाया.
जिन दोनों बच्चियों ने अन्ना का अनशन तोड़वाया उसमें से एक मुस्लिम है और दूसरी हिंदू दलित. यह निर्णय अन्ना ने पहले ही कर रखा था.
प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे देश के हजारों समर्थकों के बीच दिल्ली के रामलीला मैदान में पिछले 13 दिन से जनलोकपाल विधेयक की मांग को लेकर अनशन पर बैठे थे.
अन्ना ने अपने अनशन के सबसे अधिक 12 दिन का लंबा रिकॉर्ड तोड़ा है. अन्ना कुल 288 दिन और 19 मिनट तक अनशन पर रहे.
इससे पहले अन्ना द्वारा जारी जनलोकपाल की मांगों में तीन मांगों को सरकार नहीं मान रही थी. लेकिन अनशन के 12वें दिन संसद की कार्यवाही के दौरान वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने तीनों पारित प्रस्तावों को पढ़कर सुनाया.
जनलोकपाल विधेयक के तीनों प्रस्तावों को शनिवार को संसद कार्यवाही के दौरान ध्वनिमत से पारित किया गया.
अन्ना से सहयोगी अरविन्द केजरीवाल ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जिन लोगों ने उनका समर्थन किया उन सभी को धन्यवाद. सांसदों, प्रधानमंत्री सहित दिल्ली पुलिस का शुक्रिया अदा करते हुए उन्होंने कहा कि हम भी संसद को सर्वोपरि मानते हैं. कानून बनाना भी संसद का हीं काम है लेकिन, जो कानून पास किये जाते हैं क्या वो लोगों को चाहिए या नहीं, इसमें लोगों की भागीदारी नहीं होती थी.
लेकिन स्वतंत्र भारत में यह पहली बार हुआ है जब जन भावना को देखते हुए कोई कानून संसद में पास होगा.
इस बात पर उन्होंने आपत्ति जताई कि कुछ लोगों द्वारा यह गलत सन्देश दिया जा रहा था कि हम लोग संसद का अपमान कर रहे हैं. ऐसा नहीं है, हमे भी लोकतंत्र के नियमो के तहत संसद कि गरिमा के एहसास है. हम सभी संसद का सम्मान करते हैं.
अरविन्द केजरीवाल ने लोगों को शपथ दिलाया कि भ्रष्टाचार को ख़त्म करने के लिए सभी कहें कि हम जीवन में कभी न रिश्वत लेंगे और न किसी को देंगे. मीडिया सहित तमाम समाज सेवी संस्थानों के प्रति अपना आभार प्रकट करते हुए कहा कि उन सभी लोगों का शुक्रिया.
First Published: Tuesday, August 30, 2011, 13:43