Last Updated: Thursday, November 10, 2011, 03:49
कोलकाता : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने गुरुवार को कहा कि वह भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना हजारे के आंदोलन का समर्थन करता है और उसके स्वयंसेवकों के इसमें शामिल होने पर कोई पाबंदी नहीं है, लेकिन उसका इस आंदोलन से कोई ‘आधिकारिक संबंध’ नहीं है और किसी ने भी इस अभियान के लिए उससे समर्थन नहीं मांगा था।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की इस संबंध में टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए हजारे ने इस बात से इनकार किया कि संघ उनके आंदोलन का समर्थन कर रही है। बहरहाल, भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन के बारे में एक प्रश्न के उत्तर में भागवत ने कहा कि हम उनके साथ थे, हम उनके साथ हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि आरएसएस ने किसी को आधिकारिक रूप से सहयोग नहीं किया।
यहां भगिनी निवेदिता की पुण्यतिथि के शताब्दी वर्ष के अवसर पर आयोजित एक समारोह से इतर सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान के संदर्भ में किसी ने भी आरएसएस से आधिकारिक तौर पर समर्थन नहीं मांगा और हमने भी आधिकारिक तौर पर किसी को सहयोग नहीं दिया।
भागवत ने हालांकि कहा कि लेकिन अगर आरएसएस का कोई सदस्य व्यक्तिगत तौर पर आंदोलन में हिस्सा लेता है तो संगठन को कोई आपत्ति नहीं है। उन्होंने कहा कि किसी भी स्वयंसेवक पर भ्रष्टाचार निरोधक अभियान में शामिल होने पर पाबंदी नहीं लगाई गई है।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, November 10, 2011, 20:54