Last Updated: Tuesday, May 1, 2012, 12:08
नई दिल्ली : विदेश मंत्री एसएम कृष्णा ने अफगानिस्तान के पुनर्निर्माण में अटूट प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए मंगलवार को कहा कि भारत यह सुनिश्चित कराएगा कि अफगानिस्तान चरमवादी ताकतों का निशाना न बने। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नई दिल्ली की सुरक्षा काबुल की स्थिरता में निहित है। कृष्णा ने अफगानी विदेश मंत्री जलमई रसूल के साथ व्यापक मुद्दों पर बातचीत की। रसूल सोमवार से भारत के तीन दिवसीय दौरे पर हैं।
दोनों विदेश मंत्रियों ने भारत-अफगानिस्तान साझेदारी परिषद की पहली बैठक में हिस्सा लिया। इस परिषद की स्थापना पिछले वर्ष अफगानी राष्ट्रपति हामिद करजई के भारत दौरे के दौरान नई दिल्ली और काबुल के बीच अक्टूबर में सम्पन्न हुए ऐतिहासिक रणनीतिक साझेदारी समझौते के तहत की गई है।
कृष्णा ने कहा कि यह बैठक इस बात को भी स्पष्ट करती है कि भारत एक शांतिमय, स्थिर और समृद्ध राष्ट्र बनाने के प्रयास में अफगानी लोगों की मदद करने की अपनी वचनबद्धता के प्रति अडिग है। कृष्णा ने कहा कि मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि क्षेत्र में बदलाव और रूपांतरण के इस समय में अफगानिस्तान के प्रति भारत की वचनबद्धता न तो बदलने वाली है और न बदली ही है। कृष्णा ने कहा कि हम अफगानिस्तान को क्षेत्रीय स्थिरता का एक स्रोत बनाने और चरमवादी ताकतों का निशाना बनने से बचाने के लिए अफगान सरकार के साथ लगातार साझेदारी बनाए रखेंगे। दोनों नेताओं के बीच चर्चा के दौरान अफगानिस्तान में निवास कर रहे लगभग 4,000 भारतीयों तथा भारतीय मिशनों व केंद्रों की सुरक्षा का मुद्दा उठाया गया।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, May 1, 2012, 17:38