Last Updated: Sunday, February 10, 2013, 00:08

नई दिल्ली : संसद हमले के मामले में बरी हो चुके दिल्ली विश्वविद्यालय के व्याख्याता एस.ए.आर गिलानी ने शनिवार को कहा कि अफजल गुरु के परिवार को उसकी फांसी के बारे में जानकारी नहीं दी गई थी। गिलानी ने कहा,प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया। यहां तक कि परिवार को भी सूचित नहीं किया गया।
गिलानी ने बताया, मैंने उसे (अफजल की पत्नी को) सुबह करीब 6:30-6:45 बजे जगाया और उसे फांसी की अफवाह के बारे में जानकारी दी। यह उसके लिए सन्न करने वाली बात थी। वह बिलकुल अनजान थी और मुझसे कहा कि परिवार के किसी सदस्य को इसके बारे में सूचित नहीं किया गया।
सरकार की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा, उन्होंने सबकुछ हवा-हवा कर दिया। पूरा मामला राजनीति प्रेरित है। यह सब वोट बैंक की राजनीति के लिए किया गया है। सरकार गलियारों में खेल रही है।
इस बात पर जोर देते हुए कि परिवार को आखिरी मुलाकात का अधिकार है, उन्होंने कहा, परिवार को इस बात की जानकारी दी जानी चाहिए थी कि दया याचिका खारिज हो चुकी है। यहां तक कि खारिज किया जाना भी न्यायिक समीक्षा का विषय है।
गिलानी ने कहा, यह लोकतंत्र नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि फांसी पर विरोध जताने के लिए वे कुछ मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के साथ अगले कदम की योजना बना रहे हैं। (एजेंसी)
First Published: Sunday, February 10, 2013, 00:08