अफजल गुरु की पत्नी को दिल्ली से भेजा गया पत्र फांसी के 51 घंटे बाद आज मिला

अफजल गुरु की पत्नी को दिल्ली से भेजा गया पत्र फांसी के 51 घंटे बाद आज मिला

अफजल गुरु की पत्नी को दिल्ली से भेजा गया पत्र फांसी के 51 घंटे बाद आज मिला श्रीनगर : दिल्ली की तिहाड़ जेल में अफजल गुरु को दी गई फांसी के 51 घंटे बाद आज उसकी पत्नी को आखिरकार यह आधिकारिक सूचना मिल गई कि संसद हमले के दोषी को फांसी दी जा रही है। केंद्रीय कारागार संख्या-3 के अधीक्षक कार्यालय की ओर से भेजे गए पत्र में लिखा है कि अफजल की दया याचिका राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने खारिज कर दी है और नौ फरवरी को सुबह आठ बजे उसे फांसी दिया जाना तय किया गया है।

अफजल की पत्नी तबस्सुम को मिले इस पत्र में लिखा है, ‘‘दोषी मोहम्मद अफजल गुरु पुत्र हबीबुल्ला की याचिका को महामहिम राष्ट्रपति ने खारिज कर दिया है।’’ स्पीड पोस्ट से भेजे गए पत्र में कहा गया है, ‘‘इसलिए मोहम्मद अफजल गुरु पुत्र हबीबुल्ला को केंद्रीय कारागार संख्या-3 में नौ फरवरी 2013 को सुबह आठ बजे फांसी दिया जाना तय किया गया है । आपकी सूचना और आगे की आवश्यक कार्रवाई के लिए।’’ जम्मू कश्मीर क्षेत्र के मुख्य महा डाकपाल जॉन सैम्यूल ने बताया कि जीपीओ नयी दिल्ली से भेजा गया पत्र नौ फरवरी को जीपीओ श्रीनगर को मिला जिस दिन अफजल को फांसी दी गई थी।

सैम्यूल ने कहा, ‘‘क्योंकि रविवार को सार्वजनिक अवकाश होता है, इसलिए पत्र आज सुबह पहुंचाया गया।’’ केंद्र द्वारा अफजल के परिवार को भेजे गए उसकी फांसी से संबंधित पत्र को लेकर विवाद पैदा हो गया था। परिवार ने आरोप लगाया था कि उन्हें फांसी की जानकारी सिर्फ टेलीविजन चैनलों से मिली।

केंद्रीय गृह सचिव आर के सिंह ने कहा था कि अफजल के परिवार को स्पीड पोस्ट से जानकारी भेजी गई थी, जबकि परिवार ने दावा किया था कि उन्हें इस तरह का कोई पत्र नहीं मिला जिससे इस बारे में सवाल उठने लगे थे कि क्या परिवार को सूचित करने के लिए गंभीर प्रयास किए गए थे।

सिंह ने कहा था कि अफजल के परिवार को सरकार के फैसले के बारे में सूचित किया गया था कि उसकी दया याचिका खारिज कर दी गई है। यह सूचना स्पीड पोस्ट से भेजी गई थी। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने परिवार को डाक से सूचना भेजे जाने पर यह कहकर सवाल उठाए थे कि इस माध्यम की विश्वसनीयता खुद संदेहास्पद है ।

उन्होंने कहा था, ‘‘यदि हम किसी के परिवार को डाक के जरिए यह सूचित करने जा रहे हैं कि उसके परिवार के सदस्य को फांसी दी जा रही है तो व्यवस्था के साथ कुछ न कुछ गलत है।’’ सैम्यूल ने बताया कि अफजल के परिवार ने पत्र देने गए डाककर्मी के साथ सहयोग किया।

अधिकारी ने हालांकि, कहा कि उन्हें इस बात का पूरी तरह पता नहीं था कि कि केंद्र सरकार द्वारा भेजा गया यह वही पत्र है जिसमें परिवार को अफजल की फांसी की सूचना भेजी गई है। अफजल के परिवार ने यह कहकर मीडिया से बात करने से इनकार कर दिया कि वे अब भी शोक में हैं और टिप्पणी नहीं करना चाहते। (एजेंसी)

First Published: Monday, February 11, 2013, 19:57

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