Last Updated: Sunday, February 10, 2013, 18:38

कानपुर : केन्द्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिन्दे पर हिन्दू आतंकवाद के मुददे पर दिये गये बयान को दबाने के लिये संसद हमले के दोषी अफजल गुरू को फांसी दिये जाने की खबरों को गलत बताते हुए आज केन्द्रीय कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने कहा कि ऐसा करने वाली ताकतें वह हैं जिनके आरोप बेबुनियाद साबित हो जाते हैं और फिर उनकी हालत ‘खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे’ वाली हो जाती है।
कानपुर के सांसद जायसवाल ने आज एक कार्यक्रम के बाद पीटीआई भाषा से यह बात कही। उनसे पूछा गया था कि ऐसे आरोप लग रहे है कि गृह मंत्री शिन्दे ने जो हिन्दू आतंकवाद का मुददा उठाया था, उसको दबाने के लिये अफजल गुरू को फांसी दी गयी, इस पर जायसवाल ने कहा कि देश में कानून और संविधान का राज है। ऐसा कहने वाली ताकतें वह हैं जिनके आरोप बेबुनियाद साबित हो जाते हैं और फिर उनकी हालत ‘खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे’ जैसी हो जाती है।
उन्होंने कहा कि अफजल गुरू को फांसी में कानून ने अपना काम किया है क्योंकि हमारा देश विधान और संविधान से चलता है। जब कानूनी प्रक्रिया पूरी हो गयी तो उसे सजा मिल गयी। उन्होंने कहा कि देश में आतंकवाद के लिये कोई जगह नहीं है ।
इलाहाबाद में महाकुंभ मेले के अवसर पर साधु संतों द्वारा नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने की वकालत करने के बारे में पूछे जाने पर जायसवाल ने कहा कि देश के इतने बड़े धार्मिक और आध्यात्मिक आयोजन में जो लोग राजनीति करने की कोशिश कर रहे हैं, वह लोग ऐसे महान आयोजन को गंदा कर रहे है और वहां के माहौल को दूषित कर रहे हैं। उन्होंने कुंभ मेले का माहौल कथित तौर पर बिगाड़ने वालों को चेतावनी देते हुये कहा कि ऐसे लोगों को अपनी इस हरकत से बाज आना चाहिये और कुंभ के आध्यात्मिक और धार्मिक माहौल को राजनीतिक परिचर्चा से गंदा नही करना चाहिये।
उनसे पूछा गया कि आज देश के मीडिया में नरेन्द्र मोदी बनाम राहुल गांधी की प्रधानमंत्री पद के लिये जंग की चर्चा है। इस पर उन्होंने मुस्कुराते हुये जवाब दिया कि वक्त आने दीजिये सबको पता चल जायेगा कि कौन कितने पानी में है। उन्होंने कहा कि समय का इंतजार करें क्योंकि अभी इस मसले पर कुछ भी बोलना जल्दबाजी होगी। (एजेंसी)
First Published: Sunday, February 10, 2013, 18:38