Last Updated: Friday, August 17, 2012, 12:49

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आज कहा कि उन शरारती तत्वों को बख्शा नहीं जायेगा जिनके द्वारा अफवाहें फैलाने के कारण पूर्वोत्तर के लोगों का बेंगलूर, पुणे और देश के अन्य क्षेत्रों से पलायन हो रहा है।
सिंह ने संसद के दोनों सदनों में पूर्वोत्तर की स्थिति पर विशेष चर्चा के दौरान हस्तक्षेप करते हुए कहा कहा, ‘हमें अफवाहें फैलाने के वातावरण पर रोक लगानी होगी। अगर कोई अफवाहें फैलाता है, तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। मैं इस विषय पर राज्यों के नेताओं से व्यक्तिगत रूप से सम्पर्क में हूं। पूर्वोत्तर के हमारे बच्चों को सुरक्षा महसूस करना चाहिए। यह देश पूर्वोत्तर के लोगों भी उतना ही है जितना हममें से किसी का।’
प्रधानमंत्री ने कहा कि हर देशवासी की तरह पूर्वोत्तर के लोगों को देश के किसी भी भाग में रहने, पढ़ाई करने और जीविकोपार्जन करने का अधिकार है।
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में देश के विभिन्न हिस्सों में पूर्वोत्तर के लोगों में असुरक्षा की भावना बढ़ी है। ‘ ऐसी स्थिति में हम सभी लोगों को एकजुट होकर वहां के लोगों में सुरक्षा की भावना पैदा करनी चाहिए। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आज कहा कि देश के विभिन्न क्षेत्रों से पूर्वोत्तर के लोगों का असुरक्षा की भावना के कारण पलायन हो रहा है जो दुर्भाग्यपूर्ण है।
पूर्वोत्तर क्षेत्र को अत्यंत संवेदनशील क्षेत्र बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जो लोग देश में शांति भंग करना चाहते हैं उन्हें साफ संदेश देना होगा और ‘‘हमें उन तत्वों पर अंकुश लगाना होगा जो इस संवेदनशील मुद्दे को लेकर समस्या उत्पन्न कर रहे हैं।’ उन्होंने विश्वास जताया कि अशांति फैलाने वालों का पता लगा लिया जाएगा और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इससे पहले, सभापति हामिद अंसारी ने प्रश्नकाल स्थगित करने की खातिर विभिन्न दलों के सदस्यों द्वारा नोटिस दिए जाने का जिक्र करते हुए कहा कि देश के विभिन्न भागों में रह रहे पूर्वोत्तर के लोगों के पलायन पर सदस्य चर्चा करना चाहते हैं।
सदन में मौजूद संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव शुक्ल ने कहा कि इस पर कोई आपत्ति नहीं है। इसके बाद सदन में प्रश्नकाल नहीं हुआ और पूर्वोत्तर के लोगों के पलायन पर चर्चा शुरू हो गई। (एजेंसी)
First Published: Friday, August 17, 2012, 11:47