Last Updated: Thursday, September 6, 2012, 17:23

नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने गुरुवार को कहा कि असम में हाल में भड़की जातीय हिंसा को साम्प्रदायिक रंग दिया जाना `दुर्भाग्यपूर्ण` था। उन्होंने यह भी कहा कि `अभिप्रेरित` ऑनलाइन अफवाह इस बात का भी सबूत है कि आतंकवादी साइबर स्पेस का सहारा ले रहे हैं। पुलिस प्रमुखों के तीन दिवसीय सम्मेलन के पहले दिन शिंदे ने कहा कि सुरक्षा बलों को साइबर क्षेत्र में न केवल दुर्भावनापूर्ण विषय-वस्तु को पहचानने का कौशल विकसित करना चाहिए, बल्कि इसके पीछे जिन लोगों का हाथ है उनकी भी पहचान की जानी चाहिए।
अपने उद्घाटन भाषण में शिंदे ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि असम में जातीय समूहों के बीच भड़की हिंसा को साम्प्रदायिक रंग दिया गया, जिसमें कई लोगों की जान गई और बड़ी संख्या में लोग विस्थापित हुए, जो राहत शिविरों में रह रहे हैं।
उन्होंने कहा, "इस बात के बहुत से साक्ष्य हैं कि आतंकवाादियों ने साइबर स्पेस डोमेन का सहारा लिया।"
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, "कर्नाटक के बेंगलुरू, महाराष्ट्र के पुणे तथा देश के अन्य राज्यों में अभिप्रेरित अफवाह फैलाए गए और सोशल मीडिया का गैर-जिम्मेदाराना ढंग से इस्तेमाल किया गया, जो नई चुनौती है।" (एजेंसी)
First Published: Thursday, September 6, 2012, 17:23