Last Updated: Friday, September 27, 2013, 16:03

कानपुर: भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी की उत्तर प्रदेश के कानपुर में होने में पहली रैली 20 अक्तूबर को होगी । पहले यह रैली 15 अक्तूबर को होनी थी लेकिन दशहरा और बकरीद उसी तारीख के एक दिन आगे पीछे पड़ रहे थे इसलिये रैली की तारीख बदल दी गई।
रैली की तैयारियों का जायजा लेने और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करने भाजपा के प्रदेश प्रभारी अमित शाह तीन अक्तूबर को कानपुर आ रहे है। शाह रैली की तैयारियों को अंतिम रूप देंगे । वह रैली स्थल का मुआयना करेंगे। हालांकि रैली के लिए स्थल अभी तय नहीं है।
भाजपा कानपुर के जिला अध्यक्ष सुरेन्द्र मैथानी ने आज भाषा से बातचीत में आरोप लगाया कि कानपुर इकाई पिछले एक सप्ताह से रेलवे के आला अधिकारियों से मिलने इलाहाबाद स्थित एनसीआर मुख्यालय जा रही है और उनसे रैली के लिए रेलवे का मैदान देने की लिखित आग्रह कर चुकी है लेकिन रेलवे मैदान देने को तैयार नही है ।
उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसा केन्द्र सरकार के इशारे पर हो रहा है क्योंकि रेलवे का मैदान बड़ा है और उसमें तीन लाख से अधिक जनता आ सकती है और इसी वजह से रेलवे विभाग तमाम नियम कायदे समझा रहा है ।
मैथानी ने कहा कि पहले नरेन्द्र मोदी की कानपुर रैली 15 अक्तूबर को निर्धारित थी लेकिन उसके आगे पीछे दशहरा और बकरीद की तारीखें पड़ रही थीं। इसलिये जिला प्रशासन ने पर्याप्त मात्रा में सुरक्षा बल न होने का तर्क दिया जिसके बाद भाजपा हाईकमान ने रैली की नयी तारीख 20 अक्तूबर निर्धारित कर दी है ।
जिला अध्यक्ष मैथानी ने कहा कि रैली के लिये तैयारियां चल रही हैं जिनका जायजा लेने और कार्यकर्ताओं को दिशानिर्देश देने के लिये प्रदेश भाजपा प्रभारी अमित शाह आगामी तीन अक्तूबर को कानपुर आ रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि इस रैली में करीब तीन लाख से अधिक लोगों के आने की संभावना है ।
मैथानी ने कहा कि 24 सितंबर को भाजपा की कानपुर इकाई का एक दल रैली स्थल का पूरा नक्शा और तैयारियों का ब्लू प्रिंट लेकर दिल्ली गया था। राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने विचारविमर्श के बाद इसे स्वीकृति दे दी।
उन्होंने कहा कि रैली के लिए मैदान की व्यवस्था की जानी है। शहर में निराला नगर स्थित रेलवे का मैदान है लेकिन इसको देने में रेलवे प्रशासन आनाकानी कर रहा है । पार्टी ने मोती झील मैदान और ब्रजेन्द्र स्वरूप पार्क पर भी नजर रखी है लेकिन यह स्थान भीड़ को देखते हुये छोटे पड़ सकते हैं । (एजेंसी)
First Published: Friday, September 27, 2013, 15:03