Last Updated: Monday, May 21, 2012, 16:32

नई दिल्ली : लोकपाल विधेयक लगभग चार महीने बाद सोमवार को राज्यसभा में दोबारा पेश किया गया लेकिन इसके पारित होने संभावना एक बार फिर लटक गई और इसे प्रवर (सेलेक्ट) समिति को भेज दिया गया। अन्ना हजारे ने इस बिल पर विलंब किए जाने को गहरी चाल करार देते हुए 25 जून से एक और आंदोलन शुरू करने का ऐलान किया। अन्ना ने महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में स्थित अपने गांव में संवाददाताओं से कहा कि वह 25 जून से फिर से आंदोलन करेंगे।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार लोकपाल नहीं चाहती है। इसने मजबूत लोकपाल के जरिए देश से भ्रष्टाचार को मिटाने का जो वादा किया था उससे पीछे हट रही है। टीम अन्ना के सदस्य मनीष सिसौदिया ने कहा कि सरकार नाटक कर रही है..विधेयक प्रवर समिति को भेजना कोई समाधान नहीं है। समाधान यही है कि इस विधेयक को नष्ट कर नया विधेयक लाया जाए।
उन्होंने सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि ऐसे में जबकि संसद की कार्यवाही मंगलवार को समाप्त हो रही है, सरकार केवल खानापूर्ति करने के लिए इसे राज्यसभा में पेश करने जा रही है। टीम अन्ना की सदस्य किरण बेदी ने ट्विटर पर लिखा कि नया विधेयक लोगों को गुमराह करने, खानापूर्ति करने और विपक्षी दलों पर जिम्मेदारी थोपने के उद्देश्य से पेश किया जा रहा है।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, May 22, 2012, 01:03