अब आयकर रिफंड में करोड़ों का घोटाला - Zee News हिंदी

अब आयकर रिफंड में करोड़ों का घोटाला



ज़ी न्‍यूज ब्‍यूरो

 

नई दिल्‍ली : देश में घोटालों की फेहरिस्‍त बढ़ती ही जा रही है। जिस आयकर टैक्‍स रिफंड के लिए लोगों को सालों इंतजार करना पड़ता है, उसी रिफंड की आड़ में कुछ शातिर दिमाग लोगों ने करोड़ों के घोटाले को अंजाम दे डाला। अब इनकम टैक्‍स घोटाले का सनसनीखेज खुलासा हुआ है, जिसमें आयकर विभाग को करोड़ों की चपत लगी है। इस खुलासे में फर्जी दस्‍तावेजों के जरिये आयकर विभाग से 906 टैक्‍स रिफंड लिए गए। फर्जी टैक्‍स रिफंड के चेक से घोटालेबाजों ने 6.36 करोड़ रुपये से ज्‍यादा की रकम पर हाथ साफ कर दिया। इस फर्जीवाड़े की जांच सीबीआई कर रही है, जो विभाग के ही कई अफसरों को शक के घेरे में खड़ा करता है। जांच एजेंसी के मुताबिक 45 ऐसे कंप्‍यूटर लॉग इन का पता चला है, जिनसे घोटाले को अंजाम दिया गया।

 

आयकर विभाग से टैक्‍स के करीब 906 ऐसे फर्जी रिफंड किए गए, जिनके जरिये 9,23,57,000 रुपये से भी ज्‍यादा राशि के रिफंड चेक बनाए गए। घोटालेबाजों ने फर्जी रिफंड चेक के जरिये 6,36,93,000 रुपये से ज्‍यादा की रकम 77 अलग-अलग बैंक खातों में कैश करवाई। सूत्रों के मुताबिक, इस फर्जीवाड़े में सीबीआई के हाथ इनकम टैक्‍स विभाग के ही कुछ बड़े अफसरों तक पहुंच गए हैं। जिससे शक है कि फर्जी रिफंड का यह खेल और बड़ा हो सकता है।

 

ज़ी न्‍यूज को मिली जानकारी के अनुसार, 77 बैंक खातों, सैकड़ों पैन और कोड नंबर की पहचान हुई है, जिनका इस्‍तेमाल फर्जी रिफंड लेने में किया गया है। ये कंप्‍यूटर देश भर के अलग-अलग शहरों में काम कर रहे इनकम टैक्‍स अधिकारियों के हैं। ये कंप्‍यूटर लॉग इन इंदौर, पुणे, कोलकाता, गुड़गांव और दिल्‍ली के हैं। सीबीआई इन सब लोगों से पूछताछ करना चाहती है, लेकिन जांच एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, आयकर विभाग की तरफ से इनके बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है। सीबीआई ने डेढ़ महीना पहले आयकर विभाग को चिट्ठी लिखकर कई जानकारियां मांगी। साथ ही, विभाग के दो ऐसे अधिकारियों को मदद के लिए तैनात करने को कहा जो पूरे आयकर रिटर्न और रिफंड के सिस्‍टम की जानकारी रखते हैं। लेकिन विभाग ने मामले पर अब तक चुप्‍पी साध रखी है।

 

सीबीआई ने कुछ दिनों पहले पंकज गुप्‍ता नाम के शख्‍स को गिरफ्तार किया। पंकज गुप्‍ता ने पूछताछ में खुलासा किया है कि उसने विभाग के कई लोगों के साथ मिलकर इस तरह के और भी कई मामलों को अंजाम दिया है, लेकिन सीबीआई सूत्रों का दावा है कि आयकर विभाग के सहयोग नहीं करने की वजह से जांच लटक गई है। कुछ दिनों पहले जांच एजेंसी ने अमित कुमार शर्मा को पश्चिम बंगाल के बर्दवान से गिरफ्तार किया। इसने कबूल किया कि पंकज गुप्‍ता ने उसे रिफंड के चेक दिए थे। जिसका आधा-आधा दोनों बांटा करते थे। इसके बाद जांच मुख्‍य रूप से पंकज गुप्‍ता पर आकर टिकी और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

First Published: Wednesday, May 2, 2012, 20:49

comments powered by Disqus