Last Updated: Thursday, January 19, 2012, 16:44
दिनेश शर्मानई दिल्ली : भारतीय खुफिया एजेंसियों को कुछ ताजा सबूत हाथ लगे हैं, जिससे इस बात का खुलासा हुआ है कि अंडरवर्ल्ड डॉन और भारत में सर्वाधिक वांछित अपराधी दाउद इब्राहिम न केवल पाकिस्तान में रह रहा है बल्कि वहां से वह अन्य देशों में नए क्षेत्रों में निवेश करके अपने अवैध व्यापारिक साम्राज्य का विस्तार भी कर रहा है। यह डी कंपनी की काले पैसे को सफेद बनाने की कोशिश है।
भारतीय सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों को मिली एक उच्च खुफिया रिपोर्ट, जिसकी एक प्रति ज़ी न्यूज के पास भी है, में खुलासा किया गया है कि दाऊद इब्राहिम कजाकिस्तान, तजाकिस्तान और अजरबैजान में तेल एवं खनिज क्षेत्रों में भारी भरकम निवेश करने की योजना बना रहा है। शीर्ष खुफिया सूत्रों ने ज़ी न्यूज को बताया कि इस संबंध में चार से अधिक महीने की अवधि (सितंबर से दिसंबर, 2011) में सभी सूचनाओं को एकत्रित किया गया।
रिपोर्ट के अनुसार, विभिन्न एजेंसियों द्वारा किए गए जांच में इस बात का खुलासा हुआ कि दाउद खनन और तेल कारोबार में 20 मिलियन डॉलर के निवेश का इच्छुक है। यही नहीं, दाउद ने कराची, लाहौर और पेशावर से बाहर संचालित कुछ कंपनियों ज्यूपिटर फिनांस, न्यू स्टार इन्वेस्टमेंट, वहाब रिर्सोसेज के जरिए पहले से ही निवेश संबंधी कार्यों में जुटा है।
विभिन्न एजेंसियों द्वारा किए जांच में पुष्टि हुई है कि इन कंपनियों के जरिए दाउद इब्राहिम पहले से ही भारी मात्रा में रकम को टैक्स हेवेन देशों जैसे बहामास, साइप्रस, केमैन द्वीप, बरमूडा, लक्जममबर्ग और हांगकांग में पहुंचा चुका है। इन देशों से ही रकम को निकालकर कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान और अजरबैजान के तेल और खनिज क्षेत्रों की कंपनियों में निवेश किया जाएगा ताकि यह न्यायिक प्रक्रिया के अनुरुप लगे। एजेंसियों को मुताबिक, विभिन्न गतिविधियों एवं कारोबारों की मदद से दाऊद इब्राहित की कुल परिसंपत्ति 12,000 करोड़ रुपये के पार कर गई है।
एजेंसियों से मिली जानकारी के अनुसार, अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम और उसके गिरोह इन देशों में सक्रिय ड्रग तस्करी और असलहा के धंधे में लिप्त अपराधिक तंत्र के साथ अपना संपर्क बना चुके हैं, जो उसके अवैध कारोबार को फैलाने में मदद पहुंचा रहे हैं। इसके अलावा, दाऊद इब्राहिम माओवादियों की मदद से भारत में कोयला और खनन गतिविधियों में भी प्रवेश करने के लिए प्रयास कर रहा है। इसके लिए नेपाल के माओवादियों से भी संपर्क किया जा रहा है ताकि दाउद झारखंड, छत्तीसगढ़, उड़ीसा और बिहार में कोयला और खनन के अवैध कार्य को अंजाम दे सके। यह अवैध कारोबार 1000 करोड़ रुपये से अधिक का हो सकता है। इस बात की संभावना है कि माओवादी दाऊद इब्राहिम गिरोह का मदद कर सकते हैं।
(एजेंसी)
First Published: Friday, January 20, 2012, 18:05