Last Updated: Thursday, April 18, 2013, 13:52
नई दिल्ली : काली और सफेद फोटो वाले, लैमिनेटेड मतदाता पहचान पत्रों में बदलाव होने वाला है क्योंकि चुनाव आयोग इनकी जगह ड्राइविंग लाइसेंस वाले, कड़े प्लास्टिक के मतदाता पहचान पत्र तैयार करने की योजना बना रहा है जो अधिक टिकाउ होंगे।
उप चुनाव आयुक्त आलोक शुक्ला ने कहा ‘वर्तमान में लैमिनेटेड मतदाता फोटो पहचान पत्र :ईपीआईसी: कागज पर तैयार किए जाते हैं जिसमें मतदाता की काली सफेद फोटो होती है। अब हम ड्राइविंग लाइसेंस या क्रेडिट कार्ड की तरह रंगीन फोटो वाले मतदाता पहचानपत्र बनाने पर विचार कर रहे हैं।’ उन्होंने कल यहां एक संवाद सत्र में बताया कि नए मतदाता पहचान पत्र पहले असम और नगालैंड में जारी किए जाएंगे और इसके लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।
भारत के 70 करोड़ से अधिक मतदाताओं में से असम और नगालैंड को छोड़ कर करीब 95 फीसदी मतदाताओं को मतदाता फोटो पहचान पत्र के दायरे में लाया जा चुका है। वर्तमान मतदाता पहचान पत्र तैयार करने में 10 से 12 रूपये का खर्च आता है और नए, प्लास्टिक के मतदाता पहचान पत्र तैयार करने में 50 रूपये से कुछ कम खर्च आएगा।
आयोग नए, प्लास्टिक के मतदाता पहचान पत्रों के लिए उन मतदाताओं से कोई शुल्क नहीं लेगा जिनके पास कागज के मतदाता पहचान पत्र हैं। लेकिन यह मतदाताओं पर निर्भर होगा कि वह कौन से मतदाता फोटो पहचान पत्र रखना चाहते हैं।
आयोग विभिन्न निजी और सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर चुका है ताकि नए कार्ड बनाने के लिए दाम तय किए जा सकें। बहरहाल, निर्वाचन अधिकारियों का कहना है कि नए कार्ड ड्राइविंग लाइसेंस जैसे स्मार्ट कार्ड नहीं होंगे। (एजेंसी)
First Published: Thursday, April 18, 2013, 13:52