Last Updated: Wednesday, November 7, 2012, 21:29
नई दिल्ली : बागी तेवर अपनाये राम जेठमलानी ने आज भाजपा कोर समूह द्वारा नितिन गडकरी का समर्थन किये जाने की आलोचना करते हुए कहा कि पार्टी भ्रष्टाचार के खिलाफ अपने संघर्ष में नैतिक आधार खो रही है।
कोर समूह के कल गडकरी के अध्यक्ष पद पर बने रहने को समर्थन देने के फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राज्यसभा सदस्य जेठमलानी ने एक लिखित बयान में कहा, ‘यह जनता से धोखा है।’ गडकरी के खिलाफ बगावत की अगुवाई करने वाले जेठमलानी ने इस फैसले पर अपनी असहमति से पार्टी नेतृत्व को अवगत करा दिया। जेठमलानी ने कहा, ‘भ्रष्टाचार के खिलाफ लडाई में, जो अकेले लड़ी जाने वाली लड़ाई भी साबित हो सकती है, महत्वपूर्ण राजनीतिक एवं लोकसेवा के पदों पर बैठे ऐसे बहुत से लोग हैं जिनका इस्तीफा मांगने की जरूरत मैं महसूस करता हूं।’
उन्होंने अपने बयान में व्यंग्यपूर्वक कहा, ‘इस मामले में पार्टी के निर्णय ने मेरा उत्साह खत्म कर दिया है। मैं श्री गडकरी, श्री गुरुमूर्ति और कोर समूह के सदस्यों के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं।’ पार्टी की अपने सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं से पार्टी की छवि को प्रभावित करने वाले मामलों पर सार्वजनिक तौर पर असंतोष व्यक्त नहीं करने की अपील पर जेठमलानी ने कहा, ‘पाबंदी का यह आदेश मुझ पर लागू नहीं होता। यह वरिष्ठ नेताओं पर लागू होता है। मैं तो नेता भी नहीं हूं, वरिष्ठ नेता की बात तो दूर रही। लेकिन फिर भी मैं गडकरी मामले पर और कुछ नहीं बोलने की बात करता हूं, केवल पार्टी को इस बात के लिए सचेत कर देना मेरा कर्तव्य है कि वह नैतिक आधार खो रही है और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने की पार्टी की ताकत घटती जा रही है।’
First Published: Wednesday, November 7, 2012, 21:29