Last Updated: Wednesday, December 21, 2011, 08:22

ज़ी न्यूज ब्यूरो रालेगण सिद्धि : सीबीआई को लोकपाल के दायरे से बाहर रखने पर सरकार के खिलाफ हमला बोलते हुए अन्ना हजारे ने उस पर भ्रष्ट राजनीतिकों को ‘बचाने’ के लिए कमजोर विधयेक लाकर जनता को धोखा देने का आरोप लगाया।
लोकपाल विधेयक को केंद्रीय कैबिनेट से मंजूरी मिलने के एक दिन बाद अन्ना ने कहा कि देश की शीर्ष जांच एजेंसी को बाहर रखने से लोकपाल मजबूत और प्रभावी नहीं हो पाएगा। अब केंद्र सरकार के खिलाफ अन्ना हजारे आर-पार की तैयारी में दिख रहे हैं।
अन्ना ने कहा कि यह विधेयक किसी भी हाल में भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने के लिए प्रभावी लोकपाल नहीं मुहैया करा सकता। सोनिया गांधी द्वारा लोकपाल विधेयक को लीक से हटकर और मजबूत करार दिए जाने के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में अन्ना ने आश्चर्य व्यक्त किया कि जब केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को लोकपाल के दायरे से बाहर रखा गया हो, तो ऐसे विधेयक को मजबूत कैसे कहा जा सकता है। अन्ना ने विधेयक को कमजोर करार देते हुए कहा कि यह भ्रष्ट मंत्रियों को बचाने के लिहाज से तैयार किया गया है।
उन्होंने कहा कि यदि सीबीआई लोकपाल के दायरे में आ जाए, तो केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदंबरम जेल में होंगे। यह तंत्र भ्रष्ट राजनीतिकों को बचाएगा। आप भ्रष्ट राजनीतिकों को बचा रहे हैं और इसे मजबूत लोकपाल बता रहे हैं।
उन्होंने कहा कि लोकपाल के मसले पर यूपीए सरकार ने हम सभी को धोखा दिया है और सशक्त लोकपाल नहीं लाने की दशा में देश की जनता सरकार को सबक सिखाएगी। गांधीवादी कार्यकर्ता ने कहा कि आम चुनाव से पहले हम पूरे देश का दौरा करेंगे और सरकार के बारे में जनता को बताएंगे। 74 साल के इस कार्यकर्ता ने पहले से ही 27 दिसंबर से तीन दिनों के अनशन और उसके बाद ‘जेल भरो आंदोलन’ की घोषणा की हुई है।
विधेयक को खारिज करते हुए अन्ना हजारे ने अलग से सिटिजन चार्टर विधेयक लाने के लिए भी सरकार की खिंचाई की और कहा कि आम आदमी को अपनी शिकायत के निवारण के लिए प्रस्तावित तंत्र के तहत बेमतलब यहां से वहां दौड़ भाग करनी पड़ेगी। अन्ना ने कहा कि यह लोगों के साथ धोखा है जो उन्हें सबक सिखाएंगे। उन्होंने कहा कि सिटिजन चार्टर के बाहर होने से लोकपाल कैसे प्रभावी हो सकेगा। एक व्यक्ति को अपनी शिकायत के निवारण के लिए विभिन्न सत्रों का चक्कर लगाना पड़ेगा। यह लोगों को बेवकूफ बनाने जैसा है। गांधीवादी कार्यकर्ता ने कहा कि वह पांच राज्यों का दौरा करेंगे जहां चुनाव होने हैं और सरकार के कारनामों के बारे में लोगों को बताएंगे।
उन्होंने कहा कि जनता इस सरकार को एक दिन जरूर सबक सिखाएगी। उन्होंने कहा कि वह उन पांच राज्यों का दौरा करेंगे, जहां 2012 में विधानसभा चुनाव होने हैं। अन्ना ने कहा कि हम इन चुनावों का परिणाम देखेंगे और आम चुनाव के दौरान हम जनता के बीच जाएंगे और सरकार द्वारा दिए गए धोखे के बारे में सभी को बताएंगे।
सिटिजन चार्टर का मजाक उड़ाते हुए अन्ना हजारे ने कहा कि राशन कार्ड या पासपोर्ट चाहने वाले आम आदमी को अपनी शिकायतों के समाधान के लिए राज्य और केंद्र सरकार के विभिन्न अधिकारियों के दरवाजे खटखटाने होंगे। अन्ना ने कहा कि शिकायत निवारण प्रक्रिया इतनी जटिल है कि यह आम जनता को दिशाहीन बना देगी। प्रधानमंत्री को लोकपाल के दायरे में लाए जाने के सरकार के कदम के बारे में पूछे जाने पर अन्ना ने कहा बाकी मुद्दों को संभालने के लिए ऐसा किया गया है।
First Published: Thursday, December 22, 2011, 11:22