Last Updated: Tuesday, January 15, 2013, 08:52

नई दिल्ली : नियंत्रण रेखा पर एक सैनिक का सिर काटने को ‘अक्षम्य’ करार देते हुए सेना प्रमुख बिक्रम सिंह ने सोमवार को चेतावनी दी कि आगे पाकिस्तान की ओर से किसी भी तरह के उकसावे की कार्रवाई का भारतीय सेना आक्रामकता से जवाब देगी।
कड़ा रुख अपनाते हुए सेना प्रमुख ने कहा कि जम्मू कश्मीर के मंढेर इलाके में नियंत्रण रेखा पर छह जनवरी को दो भारतीय सैनिकों की हत्या पाकिस्तान सेना की सोची समझी और पहले से इरादा करके की गई कार्रवाई थी और भारत को पूरा अधिकार है कि वह ‘जब जहां चाहे’ इसका जवाब दे।
सेना दिवस की पूर्व संध्या पर यहां संवाददाता सम्मेलन में जनरल सिंह ने कहा कि जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा स्थित भारतीय चौकियों पर पाकिस्तानी गोलीबारी के प्रति भारत का जवाब नपा तुला और सटीक है।
उन्होंने कहा कि संघर्ष विराम नवंबर 2003 से प्रभावी है और ‘कुछ अपवाद’ को छोड़कर अपनी जगह पर कायम है। उन्होंने संघर्ष विराम के उल्लंघन के लिए पाकिस्तान को पूरी तरह जिम्मेदार ठहराया।
पाकिस्तानी सैनिकों के भारतीय क्षेत्र में घुसकर भारत के गश्ती दल पर हमला करने की घटना पर सेना प्रमुख ने कहा, ‘सिर काटना (लांस नायक हेमराज का) अस्वीकार्य और अक्षम्य है।’
उन्होंने कहा, ‘अगर (हमला) पहले से सोच समझकर किया गया था तो उसने (पाकिस्तान ने) अपनी करनी को न्यायोचित ठहराने के लिए झूठी बातें गढ़ी।
सेना प्रमुख ने कहा कि बेशक यह हमला पाकिस्तानी सेना के जवानों ने किया, लेकिन इसमें लश्करे तैयबा के आतंकवादियों के उनके साथ होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
नियंत्रण रेखा पर बलों का मनोबल ऊंचा होने की बात कहते हुए सिंह ने कहा कि वह ‘मुनासिब वक्त’ पर वहां जाएंगे। सेना प्रमुख ने कहा कि वह पाकिस्तानी सैनिकों के हाथों मारे गए सैनिक हेमराज सिंह की विधवा के दुख में भागीदार हैं।
उन्होंने कहा, ‘मुझे दुख है (उसके तमाम दुख और तकलीफ के लिए) वह सेना परिवार का हिस्सा हैं, उन्हें तमाम सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।’
सैनिक का सिर काटने की घटना पर सेना प्रमुख ने कहा कि भारतीय सेना कभी इस तरह का काम नहीं करेगी।
उन्होंने कहा, ‘हम दुश्मन के शव को भी सम्मान देते हैं। यह हमारे मूल्य हैं और कारगिल के युद्ध में आपने यह देखा है।’ पाकिस्तानी सेना की आलोचना करते हुए जनरल सिंह ने कहा कि सिर काटना हर तरह के नियमों के खिलाफ है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि स्थानीय इकाई की तरफ से कुछ ‘सामरिक भूलें’ हुईं’, जिनपर बाद में विचार किया जाएगा क्योंकि इस मौके पर जांच से बलों के मनोबल पर असर पड़ेगा।
सेना प्रमुख ने कहा, ‘हमारी टीमें दुश्मन के हमले का जवाब देने के लिए संतुलित होनी चाहिए।’ संघर्ष विराम को बनाए रखने की जिम्मेदारी पाकिस्तान पर डालते हुए सेना प्रमुख ने कहा कि भारत तब तक इसका पालन करेगा, जब तक कि इसके विपरीत कुछ नहीं किया जाता।
उन्होंने नियंत्रण रेखा पर तैनात भारतीय सेना के कमांडरों की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने ‘बढ़िया काम’ किया। (एजेंसी)
First Published: Monday, January 14, 2013, 12:02