Last Updated: Monday, September 24, 2012, 15:43
जालंधर : खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश, डीजल के मूल्यों में बढ़ोत्तरी और सबसिडी वाले सिलेंडरों की संख्या सीमित किए जाने के हालिया निर्णय को लेकर सरकार पर बरसते हुए माकपा ने कहा है कि केंद्र की मौजूदा सरकार देश की गरीब जनता और आम आदमी को लूट कर अमीरों की पूंजी बढाने का काम कर रही है।
मार्क्सावादी कम्युनिस्ट पार्टी के पोलित ब्यूरो के सदस्य सीताराम येचुरी ने बातचीत में कहा कि केंद्र सरकार घाटे को कम करने की बजाए कंपनियों और पूंजीपतियों को कर में छूट दे कर इसे और बढ़ा रही है और दूसरी ओर गरीब जनता पर बोझ डाल कर घाटे को पाटने की बात कर रही है। येचुरी ने दावा किया कि सरकार का राजकोषीय घाटा करोड़ों रुपये में जा रहा है। इसको कम करने की बजाए इस सरकार ने अबतक कंपनियों और अमीरों को पांच लाख 28 हजार करोड़ों रुपये की राहत करों में दी है।
अगर अमीरों को ये राहत नहीं दी जाती तो राजकोषीय घाटे को पाटा जा सकता था। इन पैसों का विभिन्न क्षेत्रों में निवेश किया जाता जिससे लोगों को रोजगार मिलता और आम आदमी पर करों का बोझ कम होता। माकपा नेता ने कहा कि सरकार ने कर में राहत देकर एक ओर जहां कंपनियों को फायदा पहुंचाया वहीं दूसरी ओर इसे पूरा करने के लिए आम आदमी पर तमाम तरह के कर लाद दिए। डीजल के दाम में बढ़ोत्तरी कर दी और सबसिडी वाले सिलेंडरों की संख्या सीमित कर दी। (एजेंसी)
First Published: Monday, September 24, 2012, 15:43