Last Updated: Wednesday, February 13, 2013, 20:04

नई दिल्ली : भारत को लगता है कि अमेरिका और ईरान के साथ उसके अच्छे संबंधों ने इन दोनों देशों के बीच अविश्वास की खाई को पाटने को लेकर उनके बीच एक सार्थक वार्ता कराने के लिए उसे एक ‘महत्वपूर्ण स्थान’ पर पहुंचा दिया है। गौरतलब है कि तेहरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर ईरान और अमेरिका के बीच तनातनी चल रही है।
विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने स्वीकार किया है कि संयुक्त राष्ट्र में ईरान के खिलाफ भारत के वोट डालने के चलते इस खाड़ी देश ने परेशानी महसूस की थी लेकिन खुर्शीद ने इस बात पर खुशी जाहिर की कि दोनों देश अपने संबंधों को कायम रखने और एक दूसरे को अच्छा मित्र मानने के लिए सक्षम हैं।
ग्लोबल इंडिया फाउंडेशन द्वारा यहां आयोजित एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करने के दौरान खुर्शीद ने ईरान पर लगाए गए एकपक्षीय प्रतिबंधों (अमेरिकी प्रतिबंध) को भारत द्वारा स्वीकार नहीं किये जाने और इस तेल बहुल देश के साथ संबंधों के आगे बढ़ने की बात का भी जिक्र किया। खुर्शीद ने कहा कि भारत ने दुनिया को यह संदेश दिया है कि वह ईरान का पक्ष नहीं ले रहा है बल्कि एक सैद्धांतिक रूख अख्तियार कर रहा है और प्रतिबंधों के बावजूद ‘हम दोस्त बने रहेंगे।’ (एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 13, 2013, 20:04