Last Updated: Thursday, July 25, 2013, 21:34

वाशिंगटन : अमेरिका की पांच दिन की यात्रा समाप्त करने वाले भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष राजनाथ सिंह को अपनी यात्रा के दौरान सबसे अधिक नरेंद्र मोदी पर सवालों की बौछार और अंग्रेजी को लेकर हुई असुविधा से जूझना पड़ा। उनके अमेरिका आगमन के साथ ही मोदी का विवाद छा गया जब उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री को अमेरिका द्वारा वीजा देने की वकालत की।
अपनी साधारण छवि से अमेरिकी और भारतीय अमेरिकी लोगों को प्रभावित करने के लिए अमेरिका की यात्रा पर पहुंचे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष राजनाथ सिंह मोदी और अंग्रेजी के कारण खुद ही असहज हो गए। मीडिया में अपनी अमेरिकी यात्रा के उद्देश्य को बताने के लिए वाशिंगटन के राष्ट्रीय प्रेस क्लब में राजनाथ सिंह अपनी परंपरागत पोशाक सफेद धोती कुर्ता और जैकेट में पहुंचे।
भारतीय और अमेरिकी दोनों जगहों के प्रकाशनों के लिए लिखने वाले पत्रकारों ने उनसे हिंदी या अंग्रेजी जिसमें भी उनको सहजता लगे अपनी बात रखने को कहा। शुरुआती परिचय के बाद सवाल सीधे मोदी की ओर मुड़ गए। राजनाथ सिंह ने हिंदी में बोलना शुरू किया और बिहार से लेकर केरल तक के पत्रकारों ने हिंदी में सवाल शुरू किए। उन्होंने इस धारणा का खंडन करने का बहुत प्रयास किया कि वह मोदी की प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी को घोषित करने या फिर उनके लिए अमेरिका का वीजा हसिल करने के उद्देश्य से अमेरिका यात्रा पर आए हैं। उन्होंने कहा कि यह सब मीडिया की उपज है और मोदी को वीजा देना या न देना एक प्रशासनिक मुद्दा है।
इसके बाद उन्होंने आर्थिक सुधारों को भाजपा के समर्थन और भाजपा की विदेश नीति कांग्रेस से कैसे भिन्न है जैसे जटिल विषयों पर अपने विचार रखे और भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी से उनका अनुवाद करने को कहा। राजनाथ सिंह का कहना था कि वह मोदी का प्रचार करने या उनको वीजा दिलाने के उद्देश्य से नहीं वरन दोनों देशों के आर्थिक और रणनीतिक संबंधों को और मजबूत करने के लक्ष्य के साथ अमेरिका आए हैं। इसके साथ ही उनका उद्देश्य प्रवासी भारतीय समुदाय के साथ संबंधों को और प्रगाढ़ बनाना है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, July 25, 2013, 21:34