Last Updated: Friday, March 29, 2013, 16:20

ज़ी न्यूज ब्यूरो/एजेंसी
नई दिल्ली : दिल्ली में बिजली और पानी के ‘बढ़े हुए’ बिल के खिलाफ आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल का अनिश्चितकालीन अनशन शुक्रवार को सातवें दिन में प्रवेश कर गया। गुरुवार को केजरीवाल की सेहत बिगड़ गई थी, पर आज बताया जा रहा है कि उनकी हालत स्थिर है।
अनशन पर बैठे केजरीवाल का कहना है कि बिजली के बिलों के मामले में उनका आंदोलन निश्चित तौर पर असर दिखाएगा। उन्होंने कहा कि जब सच्चे दिल से हर तरफ से इस आंदोलन की सफलता के लिए दुआ निकली है तो वह अपने आप घर-घर हर दिल तक पहुंच जाती है। गौर हो कि अनशन शुरू करने के बाद से अब तक उनके वजन में 6 किलोग्राम तक की कमी आई है। केजरीवाल ने कहा कि कई लोग उनसे पूछ रहे हैं कि उनके अनशन पर अब तक भाजपा और कांग्रेस ने कोई प्रतिक्रिया क्यों नहीं व्यक्त की। उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए कि भाजपा और का कांग्रेस दोनों चिंतित हैं क्योंकि भारत में धीरे-धीरे अलग तरह की राजनीति उभर रही है।
पार्टी ने एक बयान में बीते दिन कहा था कि केजरीवाल का स्वास्थ बिगड़ता जा रहा है। चिकित्सा दल का कहना है कि उनका रक्तचाप 114/70 और नब्ज 74 तथा शर्करा की मात्रा 108 है। केजरीवाल यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस और भाजपा दोनों मतदाताओं को रिश्वत देकर तथा बाहुबल के जरिए चुनावें जीतती रही हैं। केजरीवाल ने कहा कि कई लोग उनसे पूछ रहे हैं कि उनके अनशन पर अब तक भाजपा और कांग्रेस ने कोई प्रतिक्रिया क्यों नहीं व्यक्त की। उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए कि भाजपा और कांग्रेस दोनों चिंतित हैं क्योंकि भारत में धीरे धीरे अलग तरह की राजनीति उभर रही है। अब तक वे मतदाताओं को रिश्वत देकर, धन बल और बाहु बल के जरिए चुनाव जीतते थे। लेकिन अब मतदाता जाग गए हैं। चुनाव सिर्फ चुनाव नहीं रह जाएंगे बल्कि क्रांति होगी। अनशन शुरू करने के बाद से अब तक केजरीवाल के वजन में छह किलोग्राम तक की कमी आई है।
First Published: Friday, March 29, 2013, 11:47