Last Updated: Tuesday, July 30, 2013, 09:10
ज़ी मीडिया ब्यूरोनई दिल्ली: माना जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी आज अलग तेलंगाना राज्य के फैसले पर औपचारिक मुहर लगा सकती है। कांग्रेस के लिए यह एक बड़ा सियासी फैसला होगा, जो एक समस्या के हल के साथ कई दूसरी मुश्किलें भी पैदा कर सकता है।
कांग्रेस कार्य समिति एक कदम आगे बढ़ाते हुए अलग तेलंगाना राज्य गठन को मंगलवार को हरी झंडी दे सकती है जिससे पार्टी के भीतर ही विरोध शुरू हो सकता है क्योंकि कथित तौर पर इस बात का खतरा है कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री किरण कुमार रेड्डी त्यागपत्र दे सकते हैं। कांग्रेस की शीषर्तम नीति निर्धारक निकाय ‘कांग्रेस कार्य समिति’ की बैठक मंगलवार को शाम साढ़े पांच बजे होना तय है। इसके ठीक पहले पार्टी इस पेचीदा मुद्दे पर संप्रग के सहयोगी दलों से विचार-विमर्श करेगी।
कांग्रेस के बारे में यह कहा जा रहा है उसने आंध्र प्रदेश के बंटवारे का मन बना लिया है। ये उच्चस्तरीय बैठकें पांच अगस्त को शुरू होने वाले संसद के मानसून सत्र से पहले बुलायी जा रही हैं। यदि कोई निर्णय होता है तो उस दौरान तेलंगाना के गठन के बारे में एक विधेयक पारित करने की जररत पड़ेगी।
सूत्रों के हवाले से खबर है कि यूपीए सरकार अलग तेलंगाना राज्य पर मंगलवार को अपनी औपचारिक मुहर लगा देगी। सूत्र बता रहे हैं कि राज्य का गठन अगले वर्ष 2014 के आरंभ में किया जाएगा। इस सिलसिले में मंगलवार को यूपीए की समन्वय समिति की बैठक होगी। इस बैठक के बाद अलग तेलंगाना राज्य की घोषणा की जा सकती है।
गौर हो कि कि तेलंगाना का मसला इतना आसान नहीं है। राज्य गठन से जुड़े बिल को कैबिनेट के सामने रखा जाएगा। राजस्व, पानी, जमीन और संपत्ति के बंटवारे के लिए प्रधानमंत्री एक कमेटी बनाएंगे। जानकारी के मुताबिक, रायलसीमा इलाके के दो जिले कुरनूल और अनंतपुर भी तेलंगाना में शामिल किए जाएंगे, हालांकि इस मुद्दे पर काफी विवाद है।
First Published: Tuesday, July 30, 2013, 09:10