Last Updated: Tuesday, November 20, 2012, 16:03
नई दिल्ली : मुख्य विपक्षी गठबंधन राजग की ओर से कोई रुचि नहीं दिखाए जाने के कारण ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस द्वारा संप्रग सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के प्रयास की हवा निकलती नजर आ रही है।
राजग के संयोजक और जदयू प्रमुख शरद यादव ने मंगलवार को कहा कि उनके लिए विपक्ष की एकता अहमियत रखती है ना कि यह बात कि एफडीआई मुद्दे पर किस नियम के तहत चर्चा कराई जाए।
संसदीय मामलों के मंत्री कमलनाथ ने आज यादव के यहां जाकर उनसे मुलाकात की। संसद का शीतकालीन सत्र 22 नवंबर से शुरू हो रहा है। इससे पहले भाजपा संसदीय दल की कार्यकारिणी की आज लालकृष्ण आडवाणी के निवास पर हुई बैठक में भी ममता के प्रस्ताव के बारे में कोई खास उत्साह नहीं दिखाते हुए कहा गया कि इस संबंध में राजग की बैठक में निर्णय किया जाएगा।
राजग की आज शाम होने वाली बैठक से पहले उसके संयोजक से कमलनाथ के मिलने को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। कमलनाथ से मिलने के बाद यादव ने कहा कि सभी दल उचित नियमों के तहत सदन में चर्चा के दौरान अपनी शक्ति और समर्थन दर्शाएं। मैं उनसे अपील करता हूं कि संसद में हर दल एफडीआई पर अपनी अलग रणनीति बनाने की बजाय संयुक्त रणनीति बनाए जिससे चर्चा फायदेमंद हो और सरकार को विपक्ष की ताकत जताई जा सके।
यह पूछे जाने पर कि वह इस मुद्दे पर अविश्वास प्रस्ताव लाने के ममता के सुझाव को मानेंगे या मत विभाजन वाले नियम के तहत चर्चा कराना पंसद करेंगे, यादव ने कहा कि मेरे लिए अहम यह है कि विपक्ष के बीच आमराय बना कर बहस हो और यह नहीं कि किस नियम के तहत चर्चा हो। कमलनाथ के साथ मुलाकात के बारे में उन्होंने कहा कि हमने सदन को सुचारू रूप से चलाने के बारे में चर्चा की। मैंने उनसे कहा कि हर विषय पर चर्चा होनी चाहिए। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, November 20, 2012, 16:03