Last Updated: Sunday, November 18, 2012, 22:57

कोलकाता : भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी ने रविवार को कहा कि तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज को फोन कर उनकी पार्टी की ओर से संप्रग सरकार के खिलाफ लाए जा रह अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करने को कहा है।
हालांकि जोशी ने इस प्रस्ताव के असफल रहने के बाद के घटनाक्रमों के बारे में कयास लगाने से परहेज किया।
पूछने पर कि क्या सपा और बसपा का समर्थन पाने वाली संप्रग सरकार के खिलाफ संसद में अविश्वास प्रसताव लाने का तृणमूल कांग्रेस का निर्णय उचित है? जोशी ने जवाब में कहा, ‘एफडीआई का विरोध करना उचित कदम है, लेकिन अगर तृणमूल अविश्वास प्रस्ताव लाती है तो उसे उसके प्रभावों के लिए भी तैयार रहना होगा।’
उन्होंने चेतावनी दी,‘तृणमूल के पास पर्याप्त संख्या नहीं है और वह अन्य दलों के समर्थन पर निर्भर है। इसके बावजूद अगर तृणमूल का नेतृत्व इस राह पर आगे बढ़ता है तो उसे संभावित प्रभावों के लिए तैयार रहना होगा।’
अपनी टिप्पणी का मतलब समझाते हुए जोशी ने कहा कि अगर संख्या पूरी नहीं है और प्रस्ताव असफल हो जाता है तो सरकार अगले छह माह के लिए सुरक्षित हो जाएगी और इस दौरान फिर अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया जा सकेगा। उन्होंने कहा,‘दूसरी ओर अगर प्रस्ताव पारित हो जाता है और सरकार गिर जाती है तो भी आपको आगे के बारे में सोचना होगा।’
जोशी ने कहा कि एक बार सुषमा स्वराज बाल ठाकरे के अंतिम संस्कार के बाद मुंबई से दिल्ली वापस आ जाएं तो राजग नेतृत्व इस मामले पर बात करेगा।
इस बीच ममता के लिए कुछ अच्छी खबर भी है। भाकपा के नेता गुरुदास दासगुप्ता ने आज कहा कि उनकी पार्टी किसी भी दल द्वारा लाए जाने वाले अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करेगी।
उन्होंने यह भी कहा कि तृणमूल को अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए 50 सांसदों का समर्थन चाहिए होगा। (एजेंसी)
First Published: Sunday, November 18, 2012, 22:57