Last Updated: Wednesday, August 29, 2012, 14:57
गुवाहाटी : असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने बुधवार को कहा कि सेना का उपयोग राज्य में अवैध हथियार जब्त करने तथा शांति बहाली के उद्देश्य से विशेष अभियान चलाने के लिए किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिंसा प्रभावित जिलों में प्रशासन की सहायता करने के लिए प्रयुक्त हो रही सेना का उपयोग शुरू में हिंसा प्रभावित जिलों से अवैध हथियार जब्त करने के लिए किया जाएगा। उन्होंने कहा कि चिरांग और बोगईगांव जिलों में सेना पहले ही सक्रिय है और जल्द ही अन्य जिलों में ऐसे ही अभियान चलाए जाएंगे।
गोगोई ने कहा कि सेना हमारी मदद कर रही है। उसे अवैध हथियार और गोलाबारूद जब्त करने के लिए पूरे अधिकार दिए गए हैं और मैं मानता हूं कि हमें जल्द ही इसके नतीजे मिलेंगे। पूरे राज्य में सेना पहले ही उग्रवाद विरोधी अभियान चला रही है। निचले असम में हिंसा होने के बाद प्रशासन की सहायता के लिए राज्य सरकार ने 25 जुलाई को सेना की मदद मांगी।
इस बीच, मुख्यमंत्री ने हिंसा प्रभावित जिलों में कानून व्यवस्था की समीक्षा करने के लिए आज राज्य सचिवालय में वरिष्ठ अधिकारियों की एक बैठक बुलाई। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के निर्देश पर युवा कांग्रेस के सदस्यों का एक दल आज कोकराझार जिला जाने वाला है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कल ‘ऑल इंडिया असम माइनॉरिटी स्टूडेंट्स यूनियन’ :एएएमएसयू: ने बंद का आह्वान किया था और इसी दौरान राज्य के विभिन्न भागों में हिंसा हो गई जिसके बाद प्रभावित जिलों में तनाव फैल गया। उन्होंने बताया कि कोकराझार, चिरांग और धुबरी जिलों में रात्रिकालीन कर्फ्यू जारी है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, August 29, 2012, 14:57