Last Updated: Tuesday, September 4, 2012, 13:43
गुवाहाटी : निचले असम में हिंसा धीरे धीरे कम होने की सूचनाओं के बाद, हिंसा से बुरी तरह प्रभावित क्योंझर और चिरांग जिला के प्रशासन ने वहां शांति कायम करने के उद्देश्य से विश्वास बहाली के उपाय लागू करने की कार्य योजना तैयार बनाई है।
विभिन्न समुदायों के प्रतिनिधियों की समितियों की शांति बैठक में विश्वास बहाली उपायों के तहत शांति कायम होने की सूरत में शरणार्थियों से अपने घरों को लौटने की अपील करने और सभी राजनीतिक पार्टियों एवं संगठनों से बंद, सड़क पर रैली और रेल परिचालन बंद नहीं करने का आग्रह किया गया है।
कोकराझार के उपायुक्त जयंत नरलीकर ने बताया कि लोगों में शांति बहाल करने के लिए सरकार के गणमान्य व्यक्तियों और राजनीतिक नेताओं ने पार्टी लाइन से ऊपर उठकर अपील की है। उन्होंने बताया कि राज्य के स्थानीय समाचार पत्रों के अग्रणी संपादकों के 16 सदस्यीय दल ने कोकराझार और गोसाईंगांव के राहत शिविरों में स्थिति का याजजा लिया।
नारलीकर ने बताया कि सरकार और बोडालैंड क्षेत्रीय जिला प्रशासन ने वैध भूमि कागजात रखने वाले ‘वास्तविक’ भारतीय नागरिकों का पुनर्वास करने का निर्णय लिया है। चिरांग जिले के उपायुक्त पुरू गुप्ता ने बताया कि बोडोलैंड काउंसिल के सदस्यों के शिविरों का दौरा करने से स्थिति को सामान्य बनाने में मदद मिली है।
उन्होंने बताया कि स्थिति सामान्य हो रही है जिसके चलते आज से रात का कर्फ्यू हटा लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि जिले में 437 घंटे तक कफ्र्यू लगा रहा और अब स्थायी शांति कायम करने के लिए उपाय किये जाने चाहिए। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, September 4, 2012, 13:43