‘असम हिंसा में बांग्लादेशी उग्रवादी समूहों का हाथ नहीं’

‘असम हिंसा में बांग्लादेशी उग्रवादी समूहों का हाथ नहीं’


कोकराझार : निचले असम में दंगों के कारणों की जांच करने वाली केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने इसमें बांग्लादेशी उग्रवादी संगठनों के हाथ होने की संभावना से इनकार किया है। केंद्रीय गृह संयुक्त सचिव शंभू सिंह ने कल यहां कहा कि हमें इन दंगों में किसी बाहरी ताकत का हाथ होने के सबूत नहीं मिले हैं, लेकिन सीबीआई अभी कुछ और मामलों की जांच कर रही है और अगर कुछ पाया जाता है, तो वह बाहर आ जाएगा।

प्रभावित जिलों में दंगो की जांच करने वाली केंद्र के सात सदस्यीय दल के प्रमुख सिंह ने कहा कि कुछ तत्व नेपाल से भारत और बांग्लादेश सीमा से हथियारों की तस्करी करते हैं, लेकिन इस संबंध में उनका नाम जोड़ना ठीक नहीं होगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के कुछ लोगों ने सोशल मीडिया साइट्स फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर में दुर्भावना अभियान के तहत इस प्रकार की तस्वीरें और संदेश डाल दिये, जिसके बाद सामुदायिक हिंसा भड़क उठी। उन्होंने बताया कि तस्वीरों और संदेशों के उद्गम और इससे जुड़े व्यक्तियों की तलाश की जा रही है।

उन्होंने बताया कि इस प्रकार की करीब 310 साइट्स को बंद कर दिया गया है और हमारी जानकारी में आने पर अन्य साइट्स को भी बंद कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसी प्रकार के गैरजिम्मेदाराना राजनीतिक बयान से भी हिंसा भड़कती है, और सभी को इसके प्रति सचेत रहना चाहिए। सिंह ने बताया कि दंगा प्रभावित जिलों की स्थिति को जल्द से जल्द सामान्य करने के प्रयास और विस्थापितों के पुनर्वास के प्रयास किये जा रहे हैं। (एजेंसी)

First Published: Thursday, August 23, 2012, 20:44

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