Last Updated: Friday, January 13, 2012, 13:26
नई दिल्ली : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा 12 राज्यों में छापे मारकर भारी मात्रा में नकली भारतीय मुद्रा बरामद किए जाने के बाद अब शक की सुई पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की ओर घूम रही है। एजेंसी का मानना है कि आईएसआई पाकिस्तान के चार शहरों में नकली भारतीय नोट छपवा रही है।
खुफिया सूत्रों का कहना है कि आईएसआई पाकिस्तान के कराची, क्वेटा, पेशावर और लाहौर शहरों में नकली भारतीय नोट छपवाती है। इनमें कराची के मलेर कैंट में छपने वाले नोट असल भारतीय नोट से एकदम मिलते-जुलते हैं और उनकी क्वालिटी काफी अच्छी है। इन नोटों में सिक्योरिटी थ्रेड और आप्टिकल वैरियेबल इंक भी हैं इसलिए इनकी सबसे ज्यादा मांग है।
सूत्रों के मुताबिक, एनआईए का मानना है कि भारत में सबसे बड़ा नकली नोट रैकेट चलाने वाला नेटवर्क पड़ोसी देश बांग्लादेश की राजधानी ढाका स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग के अधिकारियों की मदद से चल रहा है। सूत्रों ने दावा किया कि ढाका स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग के अधिकारी कराची से नकली भारतीय नोट पहले बांग्लादेश मंगाते हैं। तकनीकी एवं अन्य खुफिया जानकारी के आधार पर एनआईए ने महसूस किया है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) कराची के मलेर कैंट इलाके में एक उच्च सुरक्षा वाले प्रेस में काफी अच्छी क्वालिटी के नकली भारतीय नोट छपवा रही है।
सूत्रों का मानना है कि कराची में छपे नोट विमान से बांग्लादेश पहुंचाए जाते हैं और इन्हें राजनयिकों के लिए भेजे जाने वाले सामान के रूप में पहुंचाया जाता है ताकि इसकी किसी तरह की जांच न हो। भारतीय खुफिया एजेंसियों ने कुछ एयरलाइंस कंपनियों की निगरानी कड़ी की है, जिनका मिशन के कर्मचारी अक्सर इस्तेमाल करते हैं। कुछ इसी तरीके से कराची में छपे नकली भारतीय नोट काठमांडो स्थित पाकिस्तानी दूतावास पहुंचते हैं। नकली नोट कराची से थाइलैंड और संयुक्त अरब अमीरात भी पहुंचते हैं लेकिन काठमांडो और ढाका बड़े ट्रांजिट प्वाइंट हैं।
सूत्रों ने बताया कि बांग्लादेश पहुंचने पर नकली नोट भारत-बांग्लादेश सीमा के जरिए भारत में तस्करी कर पहुंचाए जाते हैं। पश्चिम बंगाल का माल्दा इसके लिए ट्रांजिट प्वाइंट है। उल्लेखनीय है कि एनआईए ने देश के 12 राज्यों में छापे मारकर 13 लोगों को गिरफ्तार किया है और उनके पास से भारी मात्रा में नकली भारतीय नोट बरामद किए हैं। संदेह है कि पूरा नेटवर्क 30 लोगों द्वारा संचालित किया जाता है। दक्षिण भारत में नकली नोट पहुंचाने के लिए हैदराबाद महत्वपूर्ण ट्रांजिट प्वाइंट है।
(एजेंसी)
First Published: Friday, January 13, 2012, 20:32