Last Updated: Thursday, December 29, 2011, 09:06
नई दिल्ली : भोजपुरी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग गुरुवार को पुरजोर तरीके से लोकसभा में उठायी गयी।
भाजपा के शत्रुघन सिन्हा ने शून्यकाल के दौरान यह मामला उठाते हुए कहा कि देश विदेश में 25 करोड़ से अधिक लोग भोजुपरी भाषा बोलते हैं और यह प्राचीन सभ्यता तथा संस्कृति की भाषा है।
उन्होने कहा कि देश के पहले प्रधानमंत्री डाक्टर राजेन्द्र प्रसाद से लेकर बापू जगजीवन राम , लालू प्रसाद और स्पीकर तक का इस भाषा से विशेष लगाव है। उन्होंने इस बात पर खेद जताया कि अभी तक इस भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल नहीं किया गया है।
सिन्हा ने कहा कि सभी भाषाओं की अपनी अहमियत है लेकिन यदि भोजपुरी भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल किया गया तेा इससे भोजपुरी फिल्मों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकार्यता और वैधानिक दर्जा दिलाने में काफी मदद मिलेगी।
कांग्रेस की गिरिजा व्यास ने भी सिन्हा की बात का समर्थन करते हुए राजस्थानी भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल किए जाने की मांग की।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, December 29, 2011, 14:36